ओवैसी ने बिहार चुनाव में मुस्लिम प्रतिनिधित्व पर उठाए सवाल

बिहार चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम प्रतिनिधित्व पर सवाल उठाते हुए महागठबंधन की नीतियों पर निशाना साधा। उन्होंने सभा में कहा कि यदि मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है, तो मुस्लिम क्यों नहीं? ओवैसी ने बीजेपी से न डरने की अपील की और AIMIM को वोट देने की बात कही। उनके भाषण में मुस्लिम समुदाय की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई, जो चुनाव परिणामों में महत्वपूर्ण हो सकती है। जानें ओवैसी के विचार और चुनावी रणनीति के बारे में।
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ओवैसी ने बिहार चुनाव में मुस्लिम प्रतिनिधित्व पर उठाए सवाल

बिहार में ओवैसी की चुनावी सभा

ओवैसी ने बिहार चुनाव में मुस्लिम प्रतिनिधित्व पर उठाए सवाल

बिहार में ओवैसी की सभा

बिहार के चुनावों में जहां NDA और महागठबंधन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं असदुद्दीन ओवैसी भी अपनी चुनावी सभाओं का आयोजन कर रहे हैं। छठ पूजा के अंतिम दिन, उन्होंने पूर्वी चंपारण की ढाका विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस दौरान, उन्होंने महागठबंधन द्वारा डिप्टी सीएम के लिए VIP प्रमुख मुकेश सहनी के नाम पर सवाल उठाया।

ओवैसी ने सभा में कहा कि यदि मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है, तो मोहम्मद का बेटा क्यों नहीं? उन्होंने उपस्थित लोगों से पूछा कि जब तीन प्रतिशत समुदाय का उपमुख्यमंत्री बन सकता है, तो आप 17 प्रतिशत क्यों नहीं बन सकते? RJD पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वे 14 प्रतिशत होने के बावजूद उन्हें ‘दरी बिछाओ-दरी बिछाओ’ कह रहे हैं। ओवैसी ने MY समीकरण पर भी सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या M में मुस्लिम शामिल हैं या अब M ‘मल्लाह’ हो गया है।

बीजेपी से न डरने की अपील

ढाका विधानसभा में अपने उम्मीदवार राना रणजीत सिंह के लिए वोट मांगते हुए ओवैसी ने कहा, “आपको बीजेपी से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह लोकतंत्र है, यह चंपारण की भूमि है। यहां हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों को पराजित किया था।”

AIMIM ने बिहार में यह मुद्दा उठाया है कि क्या NDA, RJD और अन्य राजनीतिक दल मुसलमानों के साथ उचित व्यवहार कर रहे हैं। यह सवाल उठ रहा है कि क्या राज्य की राजनीति में मुसलमानों की भूमिका कम हो गई है, खासकर जब 53 सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम वोट निर्णायक साबित हो सकते हैं।

हालांकि किसी भी राजनीतिक दल ने मुसलमानों को आबादी के अनुपात के अनुसार उम्मीदवार नहीं बनाया है, फिर भी यह समुदाय राज्य की 243 सीटों में से लगभग 53 पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ओवैसी मुस्लिम सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और लगभग 24 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं।

VIP के लोगों से सीखने की आवश्यकता

ओवैसी ने मुस्लिम वोट बैंक को साधते हुए कहा कि जब 3 प्रतिशत आबादी वाले मल्लाह महागठबंधन में डिप्टी सीएम की शर्त रखते हैं, तो उनकी राजनीतिक ताकत को देखिए और उनसे सीखें। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे एकजुट होकर AIMIM को वोट दें और तेजस्वी द्वारा दी जा रही ‘लॉलीपॉप’ से बचें।

AIMIM ने ढाका से हिंदू उम्मीदवार उतारा

ढाका विधानसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने एक हिंदू उम्मीदवार को मैदान में उतारकर सबको चौंका दिया है। AIMIM की ओर से राणा रणजीत सिंह चुनाव लड़ रहे हैं, और उनका दावा है कि उन्हें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। ओवैसी ने उनके प्रचार के दौरान यह भाषण दिया है।