एकनाथ शिंदे ने ठाकरे बंधुओं की मुलाकात को बताया 'नाटक'

शिंदे की टिप्पणी पर चर्चा
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने रविवार को ठाकरे बंधुओं की हालिया अनौपचारिक मुलाकात को एक 'नाटक' करार दिया, जिसे रिश्तों में सुधार के रूप में पेश किया जा रहा है।
एक सभा में बोलते हुए शिंदे ने कहा, 'अतीत में मराठी नाटक 'भाऊबंधकी' काफी प्रसिद्ध था, लेकिन अब 'मनोमिलन' का जोर-शोर से प्रचार किया जा रहा है।'
यहां 'भाऊबंधकी' का अर्थ है भाइयों या रिश्तेदारों के बीच की प्रतिद्वंद्विता, जबकि 'मनोमिलन' का मतलब है दिल और दिमाग का एक साथ आना। शिंदे की यह टिप्पणी शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के बीच हाल ही में हुई मुलाकात के संदर्भ में आई है।
राज ठाकरे ने मुंबई में दिवाली समारोह में भाग लिया था, जिसके बाद दोनों भाइयों की मुलाकातों ने स्थानीय निकाय चुनावों के लिए संभावित गठबंधन की अटकलें बढ़ा दी हैं।
इस अवसर पर, शिंदे ने अंबरनाथ में नए आनंद दिघे नाटक प्रेक्षागृह का उद्घाटन किया, जिसे उन्होंने अपने दिवंगत गुरु और शिवसेना के प्रमुख नेता आनंद दिघे को समर्पित किया। उन्होंने भाजपा-नीत 'महायुति' सरकार की कई उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।