प्रियंका गांधी बोलीं, हमने फिलिस्तीन के बच्चों को विफल कर दिया

नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इज़रायल-हमास युद्ध में नागरिकों और बच्चों की हत्याओं की आलोचना करती रही हैं। बाल दिवस के अवसर पर उन्होंने फिर से भयानक हिंसा को समाप्त करने की अपनी मांग दोहराई।
 | 
प्रियंका गांधी बोलीं, हमने फिलिस्तीन के बच्चों को विफल कर दिया

नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इज़रायल-हमास युद्ध में नागरिकों और बच्चों की हत्याओं की आलोचना करती रही हैं। बाल दिवस के अवसर पर उन्होंने फिर से भयानक हिंसा को समाप्त करने की अपनी मांग दोहराई।

प्रियंका गांधी ने यह टिप्पणी आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 134वीं जयंती के अवसर पर की, जिसे भारत में बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट किया, ''आज बाल दिवस पर आइए हम खुद को याद दिलाएं कि हमने उन हजारों बच्चों को विफल कर दिया है, जिनका फिलिस्तीन में हर पल नरसंहार किया जा रहा है। वे मानवता से बेहतर के हकदार थे। हम सभी को अपनी आवाज़ उठानी चाहिए और उनके ख़िलाफ़ हो रही भयानक हिंसा को ख़त्म करने की मांग करनी चाहिए।''

प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी गाजा में इजरायल-हमास युद्ध में 5,000 बच्चों समेत 10,000 लोगों की मौत पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निशाना साधने के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस नरसंहार का समर्थन करने वालों की अंतरात्मा को अब भी कोई झटका नहीं लगा है और इस विनाश का समर्थन करने वाली सरकारों को शर्म आनी चाहिए।

प्रियंका गांधी ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, ''यह कितना निंदनीय और अपमानजनक मील का पत्थर है... गाजा में 10,000 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें से लगभग आधे बच्चे हैं।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार हर दस मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है, और अब छोटे बच्चों को ऑक्सीजन की कमी के कारण उनके इनक्यूबेटर से निकालना पड़ा और उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया गया।"

अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "फिर भी, इस नरसंहार का समर्थन करने वालों की अंतरात्मा को कोई झटका नहीं, कोई युद्धविराम नहीं... बस अधिक बम, अधिक हिंसा, अधिक हत्याएं और अधिक पीड़ा। इस विनाश का समर्थन करने वाली सरकारों को शर्म आनी चाहिए। यह कब पर्याप्त होगा?"

प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी गाजा में इजराइल द्वारा सैन्य आक्रमण शुरू करने के बाद से 10,000 से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद आई थी।

--आईएएनएस

एफजेड/एबीएम