विश्वव्यापी संकट से उबरने में पर्यटकों की भूमिका शांतिदूत के रूप में हो सकती है : जयवीर सिंह

लखनऊ, 27 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में यूरोप व एशिया के कई देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति है, जिससे पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं मानवता को क्षति हो रही है। इस विश्वव्यापी संकट से उबरने में पर्यटकों की भूमिका शांतिदूत के रूप में हो सकती है। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर शुक्रवार को पर्यटन मंत्री झांसी पहुंचे थे।
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विश्वव्यापी संकट से उबरने में पर्यटकों की भूमिका शांतिदूत के रूप में हो सकती है : जयवीर सिंह

लखनऊ, 27 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में यूरोप व एशिया के कई देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति है, जिससे पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं मानवता को क्षति हो रही है। इस विश्वव्यापी संकट से उबरने में पर्यटकों की भूमिका शांतिदूत के रूप में हो सकती है। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर शुक्रवार को पर्यटन मंत्री झांसी पहुंचे थे।

इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सदियों से शांति के रास्ते पर चलते आ रहे हैं। जहां दुनिया के कई देशों ने युद्ध दिया है, वहीं भारत ने बुद्ध दिया है। बुंदेलखंड का गौरवशाली इतिहास रहा है। इसी धरती से रानी लक्ष्मीबाई ने अपने शौर्य व पराक्रम से अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे। बुंदेलखंड के आर्थिक विकास के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यहां के सातों जनपद झांसी, ललितपुर, जालौन, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर और बांदा का निरंतर विकास हो रहा है।

उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में बुंदेलखंड उपेक्षा के साथ बेरोजगारी, किसान आत्महत्या व भुखमरी की चपेट में था, आज यह विकास की नई कहानी लिख रहा है।

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में पर्यटकों की समस्त उत्सुकता और उत्साह को पूरा करने की क्षमता है। झांसी का किला, कालिंजर का किला, ललितपुर में गुप्त कालीन दशावतार मंदिर एवं 31 जैन मंदिरों का समूह पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। जालौन जिले में पांच नदियों का संगम है, जिसे पचनद के नाम से जाना जाता है। पचनद में यमुना, चंबल, सिंध, पहुज और क्वारी नदियों का मिलन होता है। ऐसे अनेक ऐतिहासिक धरोहरों, ईको पर्यटन स्थलों, धार्मिक आध्यात्मिक स्थलों से बुंदेलखंड भरा पड़ा है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का ही उदाहरण है कि जहां 2016 में केवल 16 करोड़ पर्यटक यूपी आए थे, अब यह आंकड़ा 48 करोड़ के पार जा चुका है। जनवरी से जून 2024 के महीनों में 32 करोड़ से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग महाकुंभ 2025 की तैयारियों में जुटा है। महाकुंभ में 76 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है। यह उत्तर प्रदेश पर्यटन के लिए संभावनाएं लेकर आएगा।

--आईएएनएस

विकेटी/एबीएम