लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर बाप्स संस्था ने दी बधाई

नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसके बाद लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर बाप्स संस्था की तरफ से उन्हें बधाई दी गई।
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लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर बाप्स संस्था ने दी बधाई

नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसके बाद लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर बाप्स संस्था की तरफ से उन्हें बधाई दी गई।

संस्था के वरिष्ठ संत, धर्मवत्सल स्वामी ने महंत स्वामीजी महाराज की ओर से भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी का अभिवादन किया।

ब्रह्मस्वरूप प्रमुख स्वामीजी महाराज के साथ लालकृष्ण आडवाणी जी के संस्मरणों का हार्दिक स्मरण करते हुए उनके निरामय स्वास्थ्य के लिए श्री स्वामिनारायण भगवान के चरणों में संस्था और उसके सदस्यों द्वारा विशेष प्रार्थना भी निवेदित की गई।

बाप्स के बारे में बता दें कि यह वही संस्था है जिसके द्वारा संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में हिंदू मंदिर का निर्माण कराया गया है। इसका उद्घाटन 14 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। अबू धाबी में तैयार हो रहे बीएपीएस हिंदू मंदिर में 12 पिरामिड की आकृति वाले गुंबद, 7 शिखर, 2 गुंबद, 410 स्तंभ या खंभे के साथ इस मंदिर की ऊंचाई 180 फीट, लंबाई 262 फीट और इसकी चौड़ाई 108 फीट होगी।

27 एकड़ जमीन पर फैले इस मंदिर के निर्माण में एहतियात इतना बरता गया है कि यह मंदिर हजार सालों तक ज्यों का त्यों रहेगा। इस आंकड़े से ही आप इस मंदिर की भव्यता का अंदाजा लगा सकते हैं।

इससे पहले लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा था, "मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी।" पीएम मोदी ने आगे लिखा था कि, "हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनका संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरा रहा है।"

--आईएएनएस

एसकेपी/