कमल हासन ने रैलियों की भीड़ पर उठाए सवाल, वोटिंग की सच्चाई बताई
रैलियों में भीड़ का असली मतलब
भारत में चुनावी सभाएं लगातार हो रही हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। इन रैलियों में उमड़ने वाली भीड़ राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय बन गई है। हाल ही में, अभिनेता और सांसद कमल हासन ने इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि रैलियों में मौजूद भीड़ का यह मतलब नहीं है कि सभी लोग वोट देंगे।
कमल हासन का बयान
मक्कल निधि मय्यम के संस्थापक कमल हासन ने स्पष्ट किया कि रैली में भीड़ जुटने का मतलब यह नहीं है कि वे आपको वोट देंगे। यह नियम सभी नेताओं पर लागू होता है, चाहे वह अभिनेता से नेता बने विजय हों या किसी अन्य पार्टी के नेता।
सोशल मीडिया पर चर्चा
हाल ही में विजय की रैली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें लाखों लोग शामिल हुए थे। कुछ लोगों का मानना था कि यह रैली आगामी चुनाव में सरकार के लिए चुनौती बन सकती है, जबकि अन्य ने इसे एक खोखली सभा करार दिया।
कमल हासन की सलाह
कमल हासन ने विजय को सलाह दी कि वे सही दिशा में आगे बढ़ें और जनता के कल्याण के लिए काम करें। उन्होंने सभी नेताओं से यही अपील की है।
विजय की प्रतिक्रिया
विजय ने अपनी रैली में कहा कि कुछ लोग मानते हैं कि वे वोट नहीं देंगे। इस पर उपस्थित भीड़ ने विजय-विजय के नारे लगाए। विजय ने कहा कि उनका उद्देश्य एक सच्चे लोकतंत्र की स्थापना करना है।