नीतीश, लालू जिस कंधे पर चढ़कर आसमान छूते हैं, उसी कंधे को तोड़ देते हैं : विजय सिन्हा

पटना, 25 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को कहा कि महात्मा गांधी, जय प्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, पंडित दीनदयाल जी ने जाति विहीन समाज और भ्रष्टाचारमुक्त राष्ट्र बनाने की बात कही थी, लेकिन आज अकूत संपत्ति बनाने वाले संविधान की बात करते हैं।
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नीतीश, लालू जिस कंधे पर चढ़कर आसमान छूते हैं, उसी कंधे को तोड़ देते हैं : विजय सिन्हा
पटना, 25 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को कहा कि महात्मा गांधी, जय प्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, पंडित दीनदयाल जी ने जाति विहीन समाज और भ्रष्टाचारमुक्त राष्ट्र बनाने की बात कही थी, लेकिन आज अकूत संपत्ति बनाने वाले संविधान की बात करते हैं।

उन्होंने मदरसा को लेकर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसमें लगे पदाधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन कल्याण संवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुनने के बाद उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि आज समाजवाद का चोला ओढ़कर संविधान की धज्जी उड़ा रहे और संविधान बचाने की बात कर रहे हैं।

पत्रकारों द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के जदयू के साथ तल्खी से संबंधित पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि नीतीश, लालू जिस कंधे पर चढ़कर आसमान छूते हैं, उसी कंधे को तोड़ देते हैं।

उन्होंने कहा कि संविधान के भाग तीन में भगवान राम, मां जानकी और लक्ष्मण की तस्वीर है और उनके नेता रामचरितमानस पर प्रश्न उठाकर करोड़ों हिंदुओं की भावना के साथ खेल रहे, लेकिन कोई कारवाई नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि आज सवर्णो को गाली दे रहे और महाराणा प्रताप का स्वाभिमान दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना पर सवाल उठने वाले अब संविधान बचाने की बात कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जो जंगल राज लाकर बिहार में जातीय उन्माद फैलाने का खेल खेला और धार्मिक भावनाएं भड़काई वे आज संविधान बचाने की बात कर रहे।

उन्होंने महागठबंधन के नेताओं से अति पिछड़े के नाम पर नौटंकी बंद करने की नसीहत देते हुए कहा कि अति पिछड़े को सीएम और उप मुख्यमंत्री बना दें।

उन्होंने मदरसा पर पटना हाई कोर्ट के राज्य के 2459 अनुदानित मदरसों की जांच के आदेश पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि इसमें लिप्त अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए।

--आईएएनएस

एमएनपी/एएनएम