PM मोदी ने मानसून सत्र के बाद कांग्रेस पर साधा निशाना

सत्र की उत्पादकता पर चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मानसून सत्र के समापन के बाद कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला किया, जिसमें उत्पादकता कम रही।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने दोनों सदनों में बार-बार होने वाले व्यवधानों पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व पर तंज कसते हुए कहा कि यह युवा सांसदों को अवसर नहीं दे रहा है, जिसका कारण 'असुरक्षा' है।
यह टिप्पणी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कार्यालय में आयोजित चाय बैठक के दौरान की गई।
इस मानसून सत्र में 15 विधेयक पारित किए गए, जबकि विपक्ष के सदस्यों ने बिहार में निर्वाचन रजिस्ट्रों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा की मांग को लेकर लगातार विरोध किया। कई विधेयक बिना चर्चा के पारित किए गए।
राज्यसभा और लोकसभा को मानसून सत्र के निर्धारित समापन से एक दिन पहले स्थगित कर दिया गया, जो 21 जुलाई को शुरू हुआ था। इस सत्र में 32 दिनों में 21 बैठकें हुईं।
पारित विधेयकों के अलावा, इस सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर भी तीखी बहस हुई। अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए 'विकसित भारत' के मिशन पर चर्चा पूरी नहीं हो पाई, क्योंकि विपक्ष ने SIR से संबंधित मांगों को लेकर व्यवधान उत्पन्न किया।
सत्र के दौरान, लोकसभा में 14 विधेयक पेश किए गए। लोकसभा ने 12 विधेयक पारित किए, जबकि राज्यसभा ने 15 विधेयक पारित किए। कुल मिलाकर, दोनों सदनों ने 15 विधेयक पारित किए।