Pakistan Super League को फिर से शेड्यूलिंग की चुनौती का सामना

Pakistan Super League (PSL) को 2026 में ICC T20 वर्ल्ड कप के कारण शेड्यूलिंग में नई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। IPL के साथ टकराव ने PSL की स्थिति को कमजोर किया है, जिससे विदेशी खिलाड़ियों की प्राथमिकता बदल गई है। दिसंबर-जनवरी की विंडो की योजना भी विफल हो गई है, और PCB को अब घरेलू टूर्नामेंट आयोजित करने की योजना बनानी पड़ रही है। PSL के सामने चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं, और यदि जल्द ही समाधान नहीं निकला, तो इसकी वैश्विक लीग बनने की उम्मीदों को बड़ा झटका लग सकता है।
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Pakistan Super League को फिर से शेड्यूलिंग की चुनौती का सामना

Pakistan Super League की शेड्यूलिंग में नई मुश्किलें

Pakistan Super League (PSL) को एक बार फिर से शेड्यूलिंग की बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 2026 में भारत और श्रीलंका में होने वाले ICC T20 वर्ल्ड कप के चलते, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को अपने घरेलू टी20 टूर्नामेंट के कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ सकता है। इस साल की तरह, PSL 2026 को भी IPL के अप्रैल-मई विंडो में स्थानांतरित किया जा सकता है, जो पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक नई चुनौती पेश करेगा।


IPL के साथ टकराव ने PSL की स्थिति को कमजोर किया

2025 में जब चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन फरवरी-मार्च में हुआ, तब PSL को IPL के साथ टकराव के कारण अप्रैल-मई में शिफ्ट किया गया था। इसका सीधा असर PCB पर पड़ा, क्योंकि विदेशी खिलाड़ियों ने IPL को प्राथमिकता दी, जिससे PSL की गुणवत्ता और व्यावसायिक आकर्षण दोनों को नुकसान हुआ। IPL न केवल अधिक धनराशि प्रदान करता है, बल्कि वहां विश्वभर के स्टार खिलाड़ी भी खेलते हैं। परिणामस्वरूप, PSL एक द्वितीयक लीग बनकर रह गई, जिसमें केवल IPL से छूटे हुए खिलाड़ी शामिल हुए।


दिसंबर-जनवरी की विंडो की योजना भी विफल

रिपोर्टों के अनुसार, PSL 11 को दिसंबर-जनवरी में आयोजित करने का प्रस्ताव भी था। लेकिन लॉजिस्टिक और ऑपरेशनल चुनौतियों के कारण यह योजना भी ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है। इसके बजाय, PCB दिसंबर-जनवरी में वनडे पेंटागुलर कप जैसे घरेलू टूर्नामेंट आयोजित करने की योजना बना रहा है, जिसमें पाकिस्तान के शीर्ष खिलाड़ी भाग लेंगे। ब्रॉडकास्टर्स और स्पॉन्सर्स अभी भी पारंपरिक फरवरी-मार्च की विंडो को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन वर्ल्ड कप के कारण यह संभव नहीं दिखता।


PSL के सामने चुनौतियाँ और सीमित विकल्प

यदि PSL 11 के लिए अप्रैल-मई की विंडो तय होती है, तो लीग को एक बार फिर IPL की चमक के सामने अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ेगी। प्रतिभा का पूल सीमित हो जाएगा, और व्यूअरशिप पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ना तय है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के लिए यह स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण है—एक ओर अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम और दूसरी ओर PSL की प्रतिष्ठा को बनाए रखने की जंग। यदि जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला, तो PSL की वैश्विक लीग बनने की उम्मीदों को बड़ा झटका लग सकता है।