Nitin Gadkari का मास्टर स्ट्रोक: NHAI को 12000 करोड़ का लाभ

NHAI की वित्तीय स्थिति में सुधार
नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपनी नवोन्मेषी सोच के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने एक बार फिर अपनी क्षमता साबित की है। गडकरी ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसके परिणामस्वरूप एनएचएआई को 1,200 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस वित्तीय वर्ष में 56,000 करोड़ रुपये के कर्ज का पूर्व भुगतान किया है, जिससे लगभग 1,200 करोड़ रुपये की ब्याज लागत की बचत हुई है। यह जानकारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने साझा की। चालू वित्त वर्ष की शुरुआत में एनएचएआई का कुल कर्ज 3.35 लाख करोड़ रुपये था, जो अब घटकर लगभग 2.76 लाख करोड़ रुपये रह गया है।
प्रीपेमेंट का अर्थ है कि आप किसी कर्ज को उसकी निर्धारित अवधि से पहले चुका देते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपने एक कार लोन लिया है और उसे 5 साल में चुकाना है, लेकिन आप इसे 3 साल में ही चुका देते हैं, तो इसे प्रीपेमेंट कहा जाता है। इससे ब्याज की बड़ी राशि बचाई जा सकती है।
एनएचएआई को यह धन भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय के रूप में मिला है। एनएचएआई का गठन 1988 में हुआ था और यह देश के राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।
एनएचएआई ने InvIT से 15,700 करोड़ रुपये का उपयोग कर्ज के पूर्व भुगतान के लिए किया है। इसके अलावा, राष्ट्रीय लघु बचत निधि और भारतीय स्टेट बैंक को 40,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया गया है। ये संस्थान ऊंची ब्याज दरें वसूलते थे।
सरकार का उद्देश्य एनएचएआई की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना है। कर्ज कम होने से ब्याज पर खर्च भी घटेगा, और बचे हुए धन का उपयोग नए राजमार्ग परियोजनाओं के लिए किया जा सकेगा। InvIT एक प्रकार का निवेश ट्रस्ट है, जिससे एनएचएआई को धन प्राप्त हुआ।
सरकार चाहती है कि एनएचएआई की वित्तीय स्थिति और मजबूत हो, जिससे देश में बुनियादी ढांचे के विकास को गति मिलेगी। नए राजमार्गों के निर्माण से यातायात सुगम होगा और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। एनएचएआई का कर्ज कम होना देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है।