IPL की ब्रांड वैल्यू में गिरावट: जानें कारण और भविष्य की संभावनाएं

आईपीएल की ब्रांड वैल्यू में कमी

आईपीएल वैल्यूएशन
क्रिकेट प्रेमियों के लिए आईपीएल केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक उत्सव की तरह है। इस लीग की ब्रांड वैल्यू वर्षों तक ऊंचाई पर रही है, लेकिन अब इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है। 2025 में आईपीएल का मूल्यांकन ₹82,700 करोड़ से घटकर ₹76,100 करोड़ हो गया है, जो कि लगभग ₹6,600 करोड़ की कमी दर्शाता है। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब लीग की कीमत में गिरावट आई है।
गिरावट के प्रमुख कारण
इस गिरावट के पीछे दो मुख्य कारण हैं: पहला, रियल मनी गेमिंग (RMG) कंपनियों पर अचानक से लगाए गए प्रतिबंध और दूसरा, मीडिया अधिकारों के लिए प्रतिस्पर्धा का समाप्त होना। पहले RMG कंपनियां लीग और फ्रेंचाइजियों को हर साल ₹1,500 से ₹2,000 करोड़ तक का सहयोग देती थीं, लेकिन अब यह आमदनी अचानक बंद हो गई है।
दूसरी ओर, जब JioStar ने आईपीएल के सभी प्रसारण और स्ट्रीमिंग अधिकार हासिल कर लिए, तो बाजार में प्रतिस्पर्धा लगभग समाप्त हो गई। इससे BCCI की मोलभाव करने की क्षमता कमजोर हुई और वैल्यूएशन को झटका लगा।
टिकाऊ मॉडल की आवश्यकता
D&P एडवाइजरी की नई रिपोर्ट 'Beyond 22 Yards 2025' के अनुसार, आईपीएल का व्यवसाय अब त्वरित लाभ के बजाय स्थायी आय के मॉडल की ओर बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लीग की मजबूती बनी हुई है, लेकिन भविष्य की वृद्धि अब स्मार्ट योजना और दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर निर्भर करेगी।
ब्रांड वैल्यू में RCB का दबदबा
ब्रांड वैल्यू के मामले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने इस बार बाजी मार ली है। वह फ्रेंचाइजियों की सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद मुंबई इंडियंस (MI) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का स्थान है। ये तीनों टीमें भले ही मैदान पर प्रदर्शन में भिन्न हों, लेकिन ब्रांड के रूप में इनकी चमक बरकरार है।
महिला प्रीमियर लीग पर भी प्रभाव
आईपीएल की तरह, महिला प्रीमियर लीग (WPL) भी इस बाजार की मंदी से प्रभावित हुई है। 2024 में WPL का मूल्यांकन ₹1,350 करोड़ था, जो 2025 में घटकर ₹1,275 करोड़ रह गया है। हालांकि, यह गिरावट बहुत बड़ी नहीं है।