INDIA गठबंधन के नेताओं ने चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया

INDIA गठबंधन के नेताओं ने चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। इस प्रदर्शन में कई प्रमुख नेता शामिल हुए और उन्होंने चुनावों में पारदर्शिता की मांग की। चुनाव आयोग ने इन आरोपों का खंडन किया है, जबकि विपक्ष ने अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है। इस घटना के बाद, नेताओं ने संसद में एक बैठक भी की। जानें इस प्रदर्शन के पीछे की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक प्रभाव।
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INDIA गठबंधन के नेताओं ने चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया

प्रदर्शन का उद्देश्य

INDIA गठबंधन के नेताओं ने मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसमें चुनावी अनियमितताओं के आरोपों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर नारे लगाए और चुनावों में ईमानदारी और पारदर्शिता की मांग की, भाजपा और चुनाव आयोग पर 'मतदान की चोरी' का आरोप लगाया।


प्रदर्शन की स्थिति


चुनाव आयोग ने रविवार को आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से चुनावी धांधली के अपने दावों के साथ एक हस्ताक्षरित हलफनामा प्रस्तुत करने को कहा।


प्रमुख नेताओं की भागीदारी

इस प्रदर्शन में मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव, अभिषेक बनर्जी, कनिमोझी और अन्य सांसद शामिल हुए, जिन्होंने बिहार में चुनावी सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) और भाजपा तथा चुनाव आयोग पर 'मतदान की चोरी' के आरोपों के खिलाफ आवाज उठाई।


बैठक के बाद की स्थिति

प्रदर्शन के तुरंत बाद, INDIA गठबंधन के नेताओं ने संसद में राज्‍यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में एक बैठक की।


महत्वपूर्ण घटनाक्रम

17 अगस्त 2025 को, चुनाव आयोग ने SIR पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जबकि NDA ने अपने उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा की। NDA ने महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन को उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में नामित किया।


मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विपक्ष द्वारा लगाए गए 'मतदान की चोरी' के आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि न तो चुनाव आयोग और न ही मतदाता ऐसे 'बेतुके' आरोपों से डरते हैं। यह बयान बिहार में SIR प्रक्रिया के पूरा होने के बाद आयोग की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया।