India Post Payments Bank में नए चार्ज लागू, जानें क्या बदल रहा है

India Post Payments Bank ने नए साल में ग्राहकों के लिए नकद जमा और निकासी पर चार्ज लागू करने का निर्णय लिया है। यह बदलाव डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। बेसिक सेविंग्स अकाउंट धारकों को चार मुफ्त ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी, लेकिन इसके बाद हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर शुल्क लगेगा। जानें इस नए नियम के तहत क्या-क्या बदलाव हो रहे हैं और डिजिटल लेनदेन के फायदे क्या हैं।
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India Post Payments Bank में नए चार्ज लागू, जानें क्या बदल रहा है

बैंक में नए चार्ज का ऐलान


India Post Payments Bank के ग्राहकों के लिए नए साल की शुरुआत में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला है। अब बैंक में नकद जमा और निकासी पर अतिरिक्त शुल्क लागू होगा।


यह नियम उन ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण है जो नियमित रूप से कैश ट्रांजेक्शन का उपयोग करते हैं।


बैंक का यह निर्णय ग्राहकों को डिजिटल लेनदेन की ओर प्रेरित करने और नकद लेनदेन को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है।


बेसिक सेविंग्स अकाउंट के लिए नियम

बेसिक सेविंग्स अकाउंट में फ्री ट्रांजेक्शन की सीमा


बेसिक सेविंग्स अकाउंट धारकों को हर महीने चार बार कैश जमा और निकासी की सुविधा मुफ्त में मिलेगी। यह सुविधा बैंक की मूल सेवाओं के अंतर्गत आती है।


हालांकि, चार मुफ्त ट्रांजेक्शन के बाद, हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर ग्राहकों को ₹25 या उससे अधिक का शुल्क देना होगा, जो ट्रांजेक्शन की राशि पर निर्भर करेगा। इस पर अतिरिक्त GST भी लागू होगा।


सेविंग्स और करंट अकाउंट के लिए चार्ज

सेविंग्स अकाउंट:


  • हर महीने ₹10,000 तक की नकद जमा पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
  • ₹10,000 से अधिक जमा करने पर 0.50% का चार्ज लगेगा, जिसमें न्यूनतम चार्ज ₹25 होगा।
  • निकासी पर भी यही नियम लागू होगा।


करंट अकाउंट:


  • करंट अकाउंट धारकों के लिए हर महीने ₹25,000 तक की नकद निकासी मुफ्त रहेगी।
  • इस सीमा के बाद, हर निकासी पर ₹25 या उससे अधिक का शुल्क लगेगा।
  • नकद जमा पर भी यही सीमा लागू होगी।


डोरस्टेप बैंकिंग और शुल्क

बैंक ने अगस्त 2021 में डोरस्टेप बैंकिंग के लिए नए शुल्क लागू किए थे। इस सेवा के तहत ग्राहकों को घर पर नकद जमा और निकासी की सुविधा मिलती है।


1 जनवरी 2022 से लागू नए शुल्क इस सेवा की लागत को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, ट्रांजेक्शन चार्ज और GST जुड़ने से कुल लागत में वृद्धि होगी।


चार्ज का उद्देश्य

बैंक ने स्पष्ट किया है कि यह कदम डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने और नकद के अधिक उपयोग को कम करने के लिए उठाया गया है।


डिजिटल पेमेंट जैसे UPI, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग ग्राहकों के लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इन पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा।


कैश चार्ज और GST का प्रभाव

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के चार्ज पर GST/CESS अलग से लागू होगा।


  • यदि ग्राहक ₹50,000 नकद जमा करता है और यह फ्री लिमिट से अधिक है, तो उसे 0.50% शुल्क देना होगा।
  • इसके साथ GST/CESS जोड़ने पर चार्ज और बढ़ जाएगा।


यह नियम उन ग्राहकों पर अधिक प्रभाव डालेगा, जो बड़े पैमाने पर नकद लेनदेन करते हैं।


डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा

बैंक ने डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए इन चार्जेज की घोषणा की है। ग्राहक UPI, मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग जैसे विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं, जो न केवल आसान हैं, बल्कि इन पर कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं लगता।


डिजिटल ट्रांजेक्शन से बैंकिंग प्रक्रिया तेज और सुरक्षित होती है। साथ ही, यह ग्राहकों को चार्ज के बोझ से भी बचाता है।