जॉर्जिया में 'रूसी कानून' के ख़िलाफ़ नए सिरे से विरोध प्रदर्शन

त्बिलिसी, 12 मई (आईएएनएस/डीपीए)। जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी में शनिवार को हजारों लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन रविवार सुबह तक चलता रहा। ये लोग विदेशी प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए लाये जा रहे एक कानून का विरोध कर रहे थे।
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जॉर्जिया में 'रूसी कानून' के ख़िलाफ़ नए सिरे से विरोध प्रदर्शन

त्बिलिसी, 12 मई (आईएएनएस/डीपीए)। जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी में शनिवार को हजारों लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन रविवार सुबह तक चलता रहा। ये लोग विदेशी प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए लाये जा रहे एक कानून का विरोध कर रहे थे।

दरअसल, जॉर्जिया में फिलहाल एक मास्को समर्थित सरकार है। ये सरकार रूस के इशारे पर एक नया कानून ला रही है जिसके खिलाफ लोग सड़कों पर उतर गए हैं।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह कानून जॉर्जिया को यूरोपीय संघ में शामिल होने से रोकता है।

इस प्रदर्शन में कई लोग जॉर्जियाई झंडों के साथ साथ यूरोपीय संघ के झंडे भी लहरा रहे थे। उनका कहना है कि उन्हें फिर से सोवियत यूनियन में वापस नहीं जाना है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विवादास्पद "रूसी कानून" के खिलाफ विरोध के दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई।

रविवार सुबह तक हजारों लोग संसद भवन के सामने धरना दे रहे थे और इस कानून को नहीं लाने की मांग कर रहे थे।

यह कानून अगले सप्ताह की शुरुआत में संसद में पारित होने वाला है। इसके तहत विदेशों से 20 फीसदी से ज्यादा फंडिंग लेने वाले गैर-सरकारी संगठनों को हिसाब देना होगा।

कई लोगों ने सरकार पर संगठन बनाने और मीडिया के काम में बाधा डालने के लिए 'रूसी' कानून बनाने का आरोप लगाया है।

रूस में, कई संगठनों और व्यक्तियों को "विदेशी एजेंट" के रूप में माना जाता है, जो अक्सर बड़ी समस्याएं पैदा करता है। इस कानून को आलोचकों को चुप कराने के रूप में भी देखा जाता है।

जॉर्जिया में, ऐसी आशंका है कि नया कानून देश में सत्तावादी दृष्टिकोण का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। जॉर्जिया सालों से यूरोपीय संघ में शामिल होना चाहता है, लेकिन वहां की मौजूदा सरकार रूस समर्थित है।

--आईएएनएस/डीपीए

एसकेपी/