ICAR CUET UG 2026: कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए नई व्यवस्था

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ICAR CUET UG 2026 के तहत सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। अब 20 प्रतिशत सीटें ICAR CUET UG मेरिट के आधार पर आरक्षित की जाएंगी, जिससे छात्रों को दाखिले में आसानी होगी। इस नई व्यवस्था से कृषि और संबंधित क्षेत्रों में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों को लाभ होगा। जानें इस प्रक्रिया के बारे में और अधिक जानकारी।
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ICAR CUET UG 2026: कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए नई व्यवस्था

कृषि विश्वविद्यालयों में ICAR CUET UG से दाखिला

ICAR CUET UG 2026: कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए नई व्यवस्था

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल के बाद ये बदलाव हुआ हैImage Credit source: Getty image

ICAR CUET UG 2026: कृषि और संबंधित क्षेत्रों में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। अब केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों के साथ-साथ सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में भी ICAR CUET UG के माध्यम से दाखिला संभव होगा। इससे विभिन्न पात्रता मानदंडों के कारण कोई भी छात्र राज्य कृषि विश्वविद्यालय में दाखिला लेने से वंचित नहीं रहेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है, जिसके तहत सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन की 20 प्रतिशत सीटें ICAR CUET UG मेरिट के आधार पर आरक्षित की जाएंगी।

आइए जानते हैं कि देश की सभी कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया क्या होगी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल के बाद क्या-क्या परिवर्तन किए जा रहे हैं?

ICAR CUET UG और विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा से दाखिला

वर्तमान में, देश में केंद्रीय और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया भिन्न है। इस समय तीन केंद्रीय विश्वविद्यालयों सहित कुल 71 कृषि विश्वविद्यालयों और संस्थानों में ICAR CUET UG की मेरिट के आधार पर दाखिला दिया जाता है, जिसका आयोजन एनटीए द्वारा किया जाता है। हर साल मार्च-अप्रैल में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होती है।

वहीं, विभिन्न राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया अलग-अलग होती है, जिसमें विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा और मेरिट के आधार पर दाखिला दिया जाता है। इसके अलावा, राज्य विश्वविद्यालयों में बीएससी कृषि में दाखिले के लिए विषय संयोजन के नियम भी भिन्न होते हैं, जिससे छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

छात्रों और अभिभावकों की चिंताएं

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिले से संबंधित नियमों में भिन्नता के कारण छात्रों को हो रही समस्याओं का समाधान किया है। उन्होंने कहा कि बीएससी कृषि में दाखिले को लेकर छात्रों और उनके अभिभावकों ने अपनी चिंताएं व्यक्त की थीं।

उन्होंने बताया कि 12वीं कक्षा में विभिन्न विषय संयोजनों के नियम, विश्वविद्यालयों में दाखिले के अलग-अलग मानदंड और पात्रता के कारण कई योग्य छात्र बीएससी कृषि में दाखिला नहीं ले पाते थे। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने DG-ICAR और उनकी टीम को निर्देश दिए थे।

20 प्रतिशत सीटें ICAR CUET के लिए आरक्षित

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस समस्या का समाधान ICAR DG और उनकी टीम ने सभी कुलपतियों से बातचीत करके निकाला है, जिसके तहत अब सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन की 20 प्रतिशत सीटें ICAR CUET UG के माध्यम से भरी जाएंगी। इससे कृषि छात्रों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी।

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