IAS दीपक मीणा: गोरखपुर के नए जिलाधिकारी की कहानी
IAS दीपक मीणा की पहचान
IAS दीपक मीणाImage Credit source: फोटो: @KishhorP
गोरखपुर के जिलाधिकारी IAS दीपक मीणा हाल ही में एक अनोखी घटना के कारण चर्चा में आए हैं। एक यूकेजी की छात्रा, जिज्ञासा, उनसे मिलने के लिए स्कूल छोड़कर सीधे डीएम कार्यालय पहुंच गई। इस मासूम इच्छा ने सभी का दिल जीत लिया और दीपक मीणा का नाम फिर से सुर्खियों में आ गया। आइए जानते हैं उनके बारे में और उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में।
प्रशासनिक बदलाव और नियुक्ति
उत्तर प्रदेश सरकार ने 28 जुलाई को एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल के तहत 23 IAS अधिकारियों का तबादला किया। इस क्रम में, 2011 बैच के IAS दीपक मीणा को गोरखपुर का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया। उन्होंने कृष्ण करुणेश की जगह ली, जो लगभग तीन वर्षों तक इस पद पर रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले का डीएम बनना एक बड़ी जिम्मेदारी है।
शिक्षा और UPSC परीक्षा
IAS दीपक मीणा का जन्म 15 जुलाई 1986 को राजस्थान में हुआ। उन्होंने IIT खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। पढ़ाई के बाद कुछ समय तक टाटा स्टील में काम किया, लेकिन बाद में सिविल सेवा में जाने का निर्णय लिया। अलीगढ़ में रहकर उन्होंने UPSC की तैयारी की और 2010 में परीक्षा पास कर 2011 में IAS बने।
प्रशासनिक अनुभव
अपनी सेवा के दौरान, दीपक मीणा ने अलीगढ़, आजमगढ़, सहारनपुर जैसे जिलों में संयुक्त मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वे बुलंदशहर और आगरा में CDO रहे। 2017 से 2019 तक श्रावस्ती के डीएम रहे और फिर सिद्धार्थनगर और 2022 से मेरठ के डीएम रहे। मेरठ में एक धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ की अफवाहों पर उनका बयान भी चर्चा में रहा।
गोरखपुर की नई जिम्मेदारी
अब, गोरखपुर जैसे संवेदनशील जिले की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। उनकी नियुक्ति को प्रशासनिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
