IAS अनु गर्ग: ओडिशा की पहली महिला मुख्य सचिव का सफर
IAS अनु गर्ग का परिचय
आईएएस अनु गर्ग.Image Credit source: Anu Garg/X
आईएएस अनु गर्ग का प्रोफाइल: वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनु गर्ग ने एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया है। वह ओडिशा की पहली महिला मुख्य सचिव बन गई हैं। उन्हें 24 दिसंबर को ओडिशा का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है, और वह मौजूदा मुख्य सचिव मनोज आहूजा का स्थान लेंगी, जो 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं। अनु गर्ग 1 जनवरी 2026 से अपने नए पद का कार्यभार संभालेंगी।
वह ओडिशा की 47वीं मुख्य सचिव हैं और राज्य की पहली महिला के रूप में यह पद ग्रहण कर रही हैं। वर्तमान में, आईएएस गर्ग जल संसाधन विभाग में विकास आयुक्त-सह-अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं। इसके साथ ही, वह योजना और अभिसरण विभाग में भी विकास आयुक्त-सह-अपर मुख्य सचिव का कार्यभार संभालती हैं।
IAS अनु गर्ग: कौन हैं?
आईएएस अनु गर्ग का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ। उन्होंने 1990 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुईं। वह 1991 बैच की ओडिशा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं। अनु गर्ग ने ओडिशा सरकार के श्रम और महिला एवं बाल विकास विभागों में प्रधान सचिव के रूप में भी कार्य किया है।
शिक्षा: डीयू और एलयू से स्नातक
अनु गर्ग ने अपनी शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय से प्राप्त की। उन्होंने लेडी श्री राम कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की और लखनऊ विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। इसके अलावा, उन्होंने जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय से सार्वजनिक स्वास्थ्य में भी स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है।
अनु गर्ग का करियर: महत्वपूर्ण पद
अनु गर्ग ने भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने कपड़ा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव और स्वास्थ्य मंत्रालय में भी इसी पद पर कार्य किया है। इसके अलावा, वह 2008 से 2012 तक ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य विभाग में आयुक्त-सह-सचिव के रूप में कार्यरत रहीं।
1992 से 2003 के बीच, उन्होंने ओडिशा के विभिन्न जिलों में कलेक्टर, जिला मजिस्ट्रेट, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट और उप-विभागीय मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया। वह भारत सरकार के योजना आयोग द्वारा स्थापित उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समूह (एचएलईजी) की सदस्य भी रहीं।
