बोरीवली में मुंबई एसएस-यूबीटी नेता के अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए

मुंबई, 9 फरवरी (आईएएनएस)। पूर्व बीएमसी पार्षद अभिषेक वी. घोसालकर के अंतिम संस्कार में शुक्रवार शाम हजारों की संख्या में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ता, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता और आम लोग शामिल हुए।
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बोरीवली में मुंबई एसएस-यूबीटी नेता के अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए

मुंबई, 9 फरवरी (आईएएनएस)। पूर्व बीएमसी पार्षद अभिषेक वी. घोसालकर के अंतिम संस्कार में शुक्रवार शाम हजारों की संख्या में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ता, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता और आम लोग शामिल हुए।

घोसालकर की गुरुवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को बोरीवली पूर्व स्थित उनके घर लाया गया।

इसके बाद सैकड़ों शोक संतप्त लोग उनके घर पहुंचने लगे थे। एसएस-यूबीटी नेता भी उनके आखिरी दर्शन के लिए पहुंचे।

सांत्वना देने के लिए घोसालकर परिवार के घर पहुंचने वालों में एसएस-यूबीटी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनकी पत्नी रश्मि, उनके बेटे आदित्य ठाकरे, पूर्व मंत्री अनंत गीते, अनिल परब, दिवाकर रावते और अन्य शामिल थे।

इसके अलावा प्रवीण दरेकर, सुनील राउत, प्रकाश सुर्वे जैसे भाजपा नेताओं के अलावा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के नेता भी घोसालकर के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी।

घोसालकर की पत्नी तेजस्वी को रोते हुए देखा गया, जबकि उनकी नाबालिग बेटी और परिवार के अन्य सदस्य उनके फूलों से सजे शव के पास खड़े थे।

अभिषेक घोसालकर का अंतिम संस्कार बोरीवली दौतलनगर श्मशान भूमि में किया गया। पार्टी और समर्थकों ने उनकी अंतिम यात्रा निकाली, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे।

दहिसर क्षेत्र से दो बार के नगर निगम पार्षद रह चुके घोषालकर (41) पर फेसबुक लाइव के दौरान आईसी कॉलोनी स्थित उनके दफ्तर में एक स्थानीय गुंडे मौरिस नोरोन्हा ने कम से कम तीन बार गोलियां चलाईं, जिससे शहर में हड़कंप मच गया।

इसके बाद कथित तौर पर मौरिस ने भी खुद को गोलीमार आत्महत्या कर ली। इस घटना ने राज्य में बड़े पैमाने पर राजनीतिक हंगामा खड़ा कर दिया।

सत्तारूढ़ महायुति सरकार और विपक्षी महा विकास अघाड़ी ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। एमवीए ने सत्ताधारी पार्टी के विभिन्न नेताओं के साथ गुंडों की हाथापाई की तस्वीरें साझा कीं और राज्य में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए।

जानकारी के अनुसार, आईसी कॉलोनी चर्च के अधिकारियों ने मौरिस को चर्च के कब्रिस्तान में दफनाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। उसका अंतिम संस्कार महालक्ष्मी के पास बीएमसी जनरल कब्रिस्तान में होने की संभावना है।

--आईएएनएस

एफजेड/एबीएम