जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने कुलगाम में सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया

जम्मू, 13 नवंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर.आर. स्वैन ने कुलगाम जिले में सोमवार को पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के उच्च पदस्थ अधिकारियों की एक संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंनेे सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रभावी तंत्र विकसित करने पर जोर दिया।
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जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने कुलगाम में सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया

जम्मू, 13 नवंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर.आर. स्वैन ने कुलगाम जिले में सोमवार को पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के उच्च पदस्थ अधिकारियों की एक संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्‍होंनेे सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रभावी तंत्र विकसित करने पर जोर दिया।

पुलिस के एक बयान में कहा गया, "बैठक जिले की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य शांति लाने और बनाए रखने और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के उपायों पर चर्चा करना था।"

स्वैन के साथ एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) विजय कुमार और आईजीपी (कश्मीर जोन) वी.के.बर्डी भी थे।

डीजीपी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए लोगों के अनुकूल पुलिसिंग द्वारा शांतिपूर्ण, सुरक्षित वातावरण बनाए रखने पर जोर दिया। मौजूदा परिदृश्य में लोगों की भूमिका के महत्व पर प्रकाश डालते हुए डीजीपी ने अधिकारियों को सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रभावी तंत्र विकसित करने का निर्देश दिया।

बयान में कहा गया, "उन्होंने विभिन्न स्तरों पर हितधारकों के बीच खुफिया जानकारी साझा करने के तंत्र को मजबूत करने पर भी जोर दिया।"

डीजीपी ने कहा कि सीमा पार आतंक के आका और जम्मू-कश्मीर में उनके कठपुतली जम्मू-कश्मीर में मौजूदा शांति को भंग करने के लिए बेताब हैं। उन्होंने कहा कि निर्दोष नागरिकों और बलों पर कायरतापूर्ण हमले जम्मू-कश्मीर में शांति और व्यवस्था को बाधित करने के लिए आतंकी आकाओं की हताशा को दर्शाते हैं।

बयान में कहा गया, "डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहनी चाहिए और सभी संदिग्ध तत्वों को उचित निगरानी में रखा जाना चाहिए, ताकि शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने के उद्देश्य से उनके गलत इरादों को विफल किया जा सके।"

इसमें कहा गया है, "डीजीपी ने अधिकारियों को सामान्य रूप से लोगों और विशेष रूप से कमजोर वर्गों की सुरक्षा के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने और बढ़ाने का निर्देश दिया।"

--आईएएनएस

एसजीके