HAL को मिली 97 LCA Mk1A एयरक्राफ्ट की बड़ी डील, शेयर में आई तेजी

भारतीय रक्षा मंत्रालय ने HAL के साथ 97 LCA Mk1A एयरक्राफ्ट की खरीद के लिए एक महत्वपूर्ण डील की है, जिसमें 68 फाइटर और 29 दो सीट वाले एयरक्राफ्ट शामिल हैं। इस डील की कुल लागत 62,370 करोड़ रुपये है। इस समझौते के बाद HAL के शेयरों में तेजी आई है, जबकि शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है। जानें इस डील के पीछे की वजह और भारतीय वायु सेना की जरूरतें।
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HAL को मिली 97 LCA Mk1A एयरक्राफ्ट की बड़ी डील, शेयर में आई तेजी

HAL के साथ MoD की नई डील

HAL को मिली 97 LCA Mk1A एयरक्राफ्ट की बड़ी डील, शेयर में आई तेजी

भारत के रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ 97 LCA Mk1A एयरक्राफ्ट की खरीद के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। इस समझौते में 68 फाइटर वेरिएंट और 29 दो सीट वाले एयरक्राफ्ट शामिल हैं। इन एयरक्राफ्ट की कुल लागत 62,370 करोड़ रुपये है, जिसमें टैक्स शामिल नहीं है। यह खरीद ‘बाय (इंडिया-आईडीडीएम)’ श्रेणी के तहत की गई है। रिपोर्टों के अनुसार, HAL को सरकारी विभाग से यह दूसरा बड़ा कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त हुआ है।

2021 में हुई थी 48,000 करोड़ की डील
इससे पहले, फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए 83 तेजस Mk-1A जेट खरीदने के लिए HAL के साथ 48,000 करोड़ रुपये का समझौता किया था। मंत्रालय ने बताया कि नया कॉन्ट्रैक्ट HAL के साथ 97 तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट- Mk1A और संबंधित उपकरणों के लिए 62,370 करोड़ रुपये (टैक्स के अलावा) की लागत पर किया गया है।

भारतीय सामग्री का अधिकतम उपयोग
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह एडवांस जेट (LCA Mk1A) ‘स्वयं रक्षा कवच’ (Swayam Raksha Kavach) जैसी सुविधाओं और कंट्रोल एक्ट्यूएटर्स से लैस होगा। इसमें 64% से अधिक भारतीय सामग्री का उपयोग किया गया है और इसमें 67 नए स्वदेशी उपकरण शामिल किए गए हैं। इन एयरक्राफ्ट की डिलीवरी 2027-28 में शुरू होगी। सिंगल-इंजन वाले Mk-1A एयरक्राफ्ट भारतीय वायु सेना के पुराने मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह लेंगे।

IAF को LCA Mk1A की आवश्यकता क्यों है?
भारतीय वायु सेना (IAF) अपने बेड़े में LCA Mk1A फाइटर जेट को शामिल करना चाहती है। वर्तमान में, वायु सेना के पास लड़ाकू स्क्वाड्रनों की संख्या घटकर 31 रह गई है, जबकि आधिकारिक तौर पर 42 स्क्वाड्रन की मंजूरी मिली हुई है। तेजस एक मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जो दुश्मन के खतरनाक एयर स्पेस में भी कार्य करने में सक्षम है। इसे हवाई सुरक्षा, समुद्री निगरानी और हमले जैसी स्थितियों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।

HAL के शेयरों में तेजी
सरकार की ओर से हजारों करोड़ रुपये के ऑर्डर मिलने के बाद HAL के शेयरों में तेजी आई है। जबकि शेयर बाजार पिछले तीन दिनों से गिरावट का सामना कर रहा है, HAL के शेयर में आज तेजी देखी गई। ट्रेडिंग सेशन के दौरान कंपनी का शेयर 52.55 रुपये बढ़कर 4776 रुपये पर बंद हुआ। शेयर का 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर 3,045.95 रुपये और अधिकतम स्तर 5,166 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 3,19,406 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.