EPFO पेंशन: प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए जानें पेंशन की पूरी जानकारी
EPFO पेंशन योजना का महत्व
प्राइवेट क्षेत्र में कार्यरत लाखों कर्मचारी अक्सर यह जानने के लिए उत्सुक रहते हैं कि क्या उन्हें पेंशन मिलेगी। यदि आप EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) से जुड़े हैं, तो आपको कर्मचारी पेंशन योजना (EPS-95) के तहत हर महीने पेंशन प्राप्त होगी, और यह राशि भी अच्छी होगी!
EPF में योगदान का विवरण
आपके वेतन से हर महीने EPF में एक निश्चित राशि कटती है, और आपके नियोक्ता भी उतनी ही राशि डालते हैं। खास बात यह है कि नियोक्ता का जो 12% योगदान होता है, उसमें से 8.33% सीधे EPS पेंशन फंड में जाता है। यह 8.33% की गणना ₹15,000 के बेसिक + DA तक ही होती है, भले ही आपकी सैलरी लाखों में हो।
पेंशन के लिए सेवा की अवधि
पेंशन प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण नियम यह है कि आपको कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करनी होगी। यदि आपकी सेवा 10 साल से कम है, तो आपको मासिक पेंशन नहीं मिलेगी, बल्कि आपकी जमा राशि एकमुश्त दी जाएगी। लेकिन यदि आपने 10 साल पूरे कर लिए, तो आपको जीवनभर मासिक पेंशन मिलेगी!
पेंशन की गणना
पेंशन शुरू करने की उम्र 58 वर्ष है, लेकिन आप 50 वर्ष की उम्र से भी पेंशन ले सकते हैं, हालांकि यह कम होगी। EPFO का पेंशन फॉर्मूला बहुत सरल है: मासिक पेंशन = (पेंशन योग्य सैलरी × कुल सेवा वर्ष) ÷ 70। उदाहरण के लिए, यदि आपकी पेंशन योग्य सैलरी (बेसिक + DA) ₹15,000 है और आपने 30 साल काम किया है, तो आपकी पेंशन होगी: (15,000 × 30) ÷ 70 = ₹6,428 प्रति माह।
फैमिली पेंशन का लाभ
यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसकी पत्नी, बच्चे या अनाथ बच्चों को फैमिली पेंशन मिलती है। इसके लिए फॉर्म 10D या कम्पोजिट क्लेम फॉर्म भरकर अंतिम कंपनी के माध्यम से EPFO कार्यालय में जमा करना होता है। फैमिली पेंशन भी कर्मचारी को मिलने वाली पेंशन का एक बड़ा हिस्सा होती है।
निष्कर्ष
इसलिए, प्राइवेट नौकरी करने वालों के लिए पेंशन योजना भी बहुत फायदेमंद है। बस 10 साल की सेवा पूरी करें और 58 साल की उम्र तक इंतजार करें, फिर आराम से पेंशन का लाभ उठाएं!
