ED की कार्रवाई: अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और डब्बा ट्रेडिंग का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त
प्रवर्तन निदेशालय की सख्त कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने डब्बा ट्रेडिंग और अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के एक विशाल नेटवर्क के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं। सोमवार, 22 दिसंबर 2025 को, ED ने इंदौर की विशेष PMLA अदालत में चार्जशीट पेश की। यह कार्रवाई एक ऐसे सिंडिकेट के खिलाफ की गई है, जो इंदौर, मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई और दुबई में अवैध गतिविधियों में संलग्न था।
जांच की शुरुआत
सूत्रों के अनुसार, ED ने इस मामले की जांच इंदौर पुलिस द्वारा दर्ज FIR के आधार पर शुरू की थी। यह FIR भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धाराओं के तहत दर्ज की गई थी, जो पुराने IPC की धोखाधड़ी से संबंधित धाराओं के समान हैं। जांच में यह भी सामने आया कि मुंबई के एन.एम. जोशी मार्ग थाने में 2021 में दर्ज एक अन्य FIR से भी इस गिरोह का संबंध है, जिसमें अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
मुख्य संचालक की पहचान
ED की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह नेटवर्क तकनीकी रूप से हेरफेर किए गए ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों पर आधारित था। इस गिरोह का मुख्य संचालक विशाल उर्फ गोलू अग्निहोत्री है। उसके सहयोगी तरुण श्रीवास्तव वित्तीय लेन-देन और म्यूल अकाउंट्स का प्रबंधन करते थे, जबकि श्रीनिवासन रामासामी फर्जी ट्रेडिंग परिणाम दिखाने वाले MT5 सर्वर को सेट करते थे।
सट्टेबाजी नेटवर्क का संचालन
एक समानांतर सट्टेबाजी नेटवर्क भी चलाया जा रहा था, जिसमें धवल देवराज जैन अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म LotusBook247 का संचालन कर रहा था। धर्मेश रजनीकांत त्रिवेदी दुबई से जुड़ी कंपनी iBull Capital का प्रबंधन कर रहा था, और निधि चंदनानी पैसे को छिपाने का कार्य कर रही थी।
निवेशकों को धोखा
जांच में यह भी सामने आया कि निवेशकों को V Money और 8Stock Height जैसे प्लेटफॉर्म पर फर्जी ट्रेड दिखाए जाते थे, जिनका किसी मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज से कोई संबंध नहीं था। LotusBook247 और 11Starss जैसी सट्टेबाजी साइटें गुप्त रूप से फर्जी अकाउंट और नकद लेन-देन के जरिए संचालित की जा रही थीं।
अवैध कमाई की पहचान
ED ने अब तक 404.46 करोड़ रुपए की अवैध कमाई की पहचान की है। इसके अलावा, 2025 के PAO नंबर 24 के तहत 34.26 करोड़ रुपए की संपत्तियां अस्थायी रूप से कुर्क की गई हैं, जिनमें 28.60 करोड़ की अचल संपत्तियां और 1.83 करोड़ रुपए बैंक एवं डीमैट खातों में शामिल हैं।
छापेमारी में जब्त संपत्तियां
छापेमारी के दौरान, ED ने 5.21 करोड़ रुपए से अधिक नकद, 59.9 किलो चांदी और 100 ग्राम सोने की ईंट जब्त की है। इसके अलावा, 1.94 करोड़ रुपए के गहने और 4.77 करोड़ रुपए की लग्जरी घड़ियां भी फ्रीज की गई हैं।
जनता के लिए चेतावनी
ED ने आम जनता को सतर्क करते हुए कहा है कि निवेश या ट्रेडिंग करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि प्लेटफॉर्म SEBI से पंजीकृत है। निजी और अनियंत्रित MT5 सर्वर पर चलने वाले प्लेटफॉर्म अक्सर धोखाधड़ी के लिए बनाए जाते हैं। अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इनमें कानूनी कार्रवाई और आर्थिक नुकसान का खतरा होता है।
