E20 पेट्रोल के साथ बेहतर माइलेज पाने के लिए स्मार्ट ड्राइविंग टिप्स

E20 पेट्रोल का उपयोग और माइलेज में कमी
भारत अब E20 पेट्रोल की ओर बढ़ रहा है, जिसमें 20% एथेनॉल शामिल है। यह कदम प्रदूषण को कम करने और विदेशी कच्चे तेल पर निर्भरता घटाने के लिए उठाया गया है। हालांकि, कई वाहन मालिकों ने शिकायत की है कि इस नए ईंधन के कारण उनकी गाड़ियों का माइलेज थोड़ा घट गया है।
एथेनॉल की ऊर्जा घनत्व सामान्य पेट्रोल की तुलना में कम होती है, जिससे इंजन को समान प्रदर्शन देने के लिए अधिक प्रयास करना पड़ता है। इससे ईंधन की दक्षता पर प्रभाव पड़ता है। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है! हम आपको कुछ सरल और प्रभावी ड्राइविंग आदतें बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप इस कमी को दूर कर सकते हैं और अपनी कार को लंबे समय तक बेहतरीन स्थिति में रख सकते हैं।
टायर प्रेशर की नियमित जांच
ईंधन बचाने की प्रक्रिया टायर से शुरू होती है। यदि टायर में हवा कम है, तो इंजन को अतिरिक्त शक्ति लगानी पड़ती है, जिससे पेट्रोल की खपत बढ़ जाती है। हर कार निर्माता एक अनुशंसित टायर प्रेशर प्रदान करता है, जो आमतौर पर ड्राइवर के दरवाजे के पास या ईंधन ढक्कन पर लिखा होता है। महीने में कम से कम दो बार प्रेशर की जांच करें और लंबी यात्रा से पहले इसे अवश्य देखें। सही प्रेशर से न केवल माइलेज में सुधार होगा, बल्कि गाड़ी की ग्रिप और ब्रेकिंग भी बेहतर होगी।
स्मूद ड्राइविंग से ईंधन की बचत
आपकी ड्राइविंग शैली सीधे ईंधन की खपत को प्रभावित करती है। अचानक एक्सीलरेटर दबाने या तेज ब्रेक लगाने से इंजन पर बोझ बढ़ता है और पेट्रोल की खपत अधिक होती है। ट्रैफिक को पहले से समझकर धीरे-धीरे गति बढ़ाएं और स्थिर गति बनाए रखें। इससे शहर में माइलेज में 10-15% तक सुधार हो सकता है। इसके अलावा, ब्रेक, टायर और सस्पेंशन की उम्र भी बढ़ जाती है।
सर्विस और मेंटेनेंस का ध्यान रखें
कई लोग समय पर सर्विस नहीं करवाते, जिससे इंजन की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। गंदा एयर फिल्टर, पुराना इंजन ऑयल या ब्लॉक्ड फ्यूल इंजेक्टर माइलेज को बुरी तरह प्रभावित करते हैं। कार की सर्विस शेड्यूल का सख्ती से पालन करें, फिल्टर्स को समय पर बदलें और केवल अधिकृत केंद्रों पर ट्यूनिंग करवाएं। इससे इंजन बेहतर तरीके से ईंधन जलाएगा और बचत बढ़ेगी, विशेषकर E20 फ्यूल वाली कारों के लिए।
एसी का स्मार्ट उपयोग
एयर कंडीशनर को लगातार ऑन रखने से माइलेज 20-25% तक कम हो सकता है, खासकर शहर के ट्रैफिक में। यदि गति 60-70 किमी/घंटा से कम है, तो खिड़कियां खोलकर प्राकृतिक वेंटिलेशन का उपयोग करें। हाईवे पर एसी बेहतर विकल्प है क्योंकि खुली खिड़कियों से एयर ड्रैग बढ़ जाता है। एसी को हमेशा सबसे कम तापमान पर न चलाएं – मध्यम तापमान और उच्च ब्लोअर स्पीड से संतुलन बेहतर रहता है।
इंजन को बेकार चलाने से बचें
कार को आइडल मोड में रखने से बिना वजह पेट्रोल बर्बाद होता है। ट्रैफिक सिग्नल पर या किसी का इंतजार करते समय इंजन बंद कर दें। आधुनिक कारों के इंजन रीस्टार्ट होने में बहुत कम ईंधन लेते हैं। रोजाना केवल 5 मिनट का अतिरिक्त आइडल समय महीने में कई लीटर पेट्रोल बचा सकता है।
अतिरिक्त वजन से छुटकारा पाएं
गाड़ी में जितना अधिक वजन होगा, उतनी ही अधिक मेहनत इंजन को करनी पड़ेगी। EPA के अनुसार, 45 किलो अतिरिक्त वजन से माइलेज लगभग 2% कम हो जाता है। कार से अनावश्यक सामान, रूफ रैक या भारी एक्सेसरीज हटा दें। इससे वाहन हल्का रहेगा और ईंधन दक्षता अधिकतम होगी।