हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर राजनाथ सिंह का बयान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्वतंत्रता और समावेशिता पर जोर दिया। उन्होंने मलेशिया में आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में चीन की सैन्य ताकत के संदर्भ में वैश्विक चिंताओं को संबोधित किया। एडीएमएम-प्लस में भारत और अन्य देशों की भागीदारी से क्षेत्रीय सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।
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हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर राजनाथ सिंह का बयान

हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्वतंत्रता पर जोर

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को स्पष्ट किया कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को स्वतंत्र, समावेशी और किसी भी प्रकार के दबाव से मुक्त रहना चाहिए। यह बयान क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति को लेकर वैश्विक चिंताओं के बीच आया है।


आसियान के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता

उन्होंने मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक ‘आसियान डिफेंस मिनिस्टर्स मीटिंग प्लस’ (एडीएमएम-प्लस) में यह बात कही। राजनाथ सिंह ने भारत के आसियान के नेतृत्व वाले समावेशी क्षेत्रीय सुरक्षा तंत्र को सुदृढ़ करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।


एडीएमएम-प्लस का महत्व

एडीएमएम-प्लस एक ऐसा मंच है जिसमें आसियान के 11 सदस्य देशों के साथ-साथ भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, कोरिया गणराज्य, रूस और अमेरिका जैसे आठ संवाद साझेदार शामिल हैं।