यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार, केंद्रीय जल आयोग ने जारी की नई एडवाइजरी

नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान के पार पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग ने ताजा बाढ़ पूर्वानुमान जारी करते हुए कई विभागों और एजेंसियों को सतर्क रहने और जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है।
इस एडवाइजरी को बाढ़ नियंत्रण और आपदा प्रबंधन से जुड़ी प्रमुख एजेंसियों के साथ साझा किया गया है।
केंद्रीय जल आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी देते हुए लिखा, "दिल्ली के उत्तरी जिले में दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जलस्तर लगातार गंभीर बना हुआ है। यहां यमुना 207.27 मीटर के स्तर पर बह रही है और इसके जलस्तर में वृद्धि हो रही है, जो इसके खतरे के स्तर 205.33 मीटर से 1.94 मीटर ऊपर है।"
बता दें कि दिल्ली में साल 2010 में यमुना का जलस्तर 207.11 मीटर पहुंच गया था।
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, 3 सितंबर को दोपहर 3 बजे दिल्ली के रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 207.09 मीटर दर्ज किया गया।
अनुमान है कि यह जलस्तर बढ़ते हुए शाम 8 बजे तक 207.40 मीटर तक पहुंच सकता है। यह जलस्तर खतरे के निशान से कहीं ऊपर है और यदि यह प्रवृत्ति बनी रही तो आने वाले घंटों में हालात और गंभीर हो सकते हैं।
बता दें कि 204.50 मीटर जलस्तर को चेतावनी स्तर माना जाता है। अगर यह 205.33 मीटर पर पहुंच जाए, तो इसे खतरे का स्तर माना जाता है। 13 जुलाई 2023 को उच्चतम बाढ़ स्तर 208.66 मीटर रिकॉर्ड किया गया था।
केंद्रीय जल आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि वजीराबाद और ओखला बैराज से पानी की रिलीज जलस्तर को और प्रभावित कर सकती है। ऐसे में स्थिति को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है।
प्रशासन ने संबंधित विभागों को सतर्क रहने को कहा है। साथ ही, नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।
किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों से संपर्क करने की सलाह दी गई है और संबंधित विभागों को एडवाइजरी भेज दी गई है।
--आईएएनएस
वीकेयू/जीकेटी