Coimbatore की CODISIA ने केंद्र से नीलाम्बुर बाईपास को छह लेन एक्सप्रेसवे में बदलने की मांग की

CODISIA की अपील
कोयंबटूर जिला लघु उद्योग संघ (CODISIA) ने केंद्रीय सरकार से नीलाम्बुर बाईपास की मौजूदा दो-लेन सड़क को छह-लेन एक्सप्रेसवे में परिवर्तित करने की मांग की है। इसके साथ ही, उन्होंने प्रमुख चौराहों पर फ्लाईओवर बनाने की भी मांग की है ताकि सड़क सुरक्षा में सुधार हो सके और यातायात सुगम हो।
आर्थिक योगदान
CODISIA के अध्यक्ष एम. कार्तिकेयन ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में कहा कि कोयंबटूर ने पिछले वर्ष तमिलनाडु के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 2 लाख करोड़ रुपये का महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि देश की पहली BOT (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) परियोजनाओं में से एक, नीलाम्बुर से मदुक्कराई तक 27 किलोमीटर का खंड, इस जिले में लागू किया गया था, जो केरल तक पहुंच का एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
सड़क की स्थिति
कार्तिकेयन ने कहा कि बाईपास के दोनों छोर छह-लेन हैं, लेकिन बीच का 27 किलोमीटर का खंड केवल दो-लेन है, जो अत्यधिक दुर्घटनाओं का शिकार है और यहां कई काले स्थान हैं।
परियोजना की प्रगति
अब जब यह परियोजना L&T से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंप दी गई है, CODISIA ने मंत्रालय से इस खंड को छह-लेन एक्सप्रेसवे में बदलने की प्रक्रिया को तेज करने का आग्रह किया है।
परियोजना के लाभ
कार्तिकेयन ने कहा कि परियोजना के पूरा होने के बाद, यह सड़क कोयंबटूर के लिए एक आदर्श मार्ग बन जाएगी, जो नए हवाई अड्डे के टर्मिनल, कंटेनर डिपो, रेलवे माल शेड, औद्योगिक क्षेत्रों, शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, आईटी पार्कों, मॉल, मनोरंजन स्थलों और आवासीय क्षेत्रों को जोड़ती है।
यातायात में सुधार
उन्होंने मंत्री से परियोजना को तेजी से पूरा करने का आग्रह करते हुए कहा कि यह न केवल कोयंबटूर के निवासियों को राहत प्रदान करेगा, बल्कि यह केरल से बेंगलुरु, चेन्नई और अन्य शहरों की यात्रा करने वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद होगा।