CIA की नई रिपोर्ट में अमेरिकी चुनावों में रूसी हस्तक्षेप पर उठाए गए सवाल

रूसी हस्तक्षेप की जांच पर नई जानकारी
अमेरिका में 2016 के चुनावों के बाद से बाहरी हस्तक्षेप का मुद्दा चर्चा में है। हाल ही में, CIA ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी घुसपैठ की जांच पर एक डिक्लासिफाइड मेमो जारी किया है। इस मेमो में यह बताया गया है कि रूस ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को जीताने के लिए चुनाव में दखल दिया था।
CIA डायरेक्टर का बयान
यह मेमो CIA के निदेशक जॉन रैटक्लिफ के आदेश पर तैयार किया गया है, जो ट्रंप के करीबी माने जाते हैं। रिपोर्ट में 2017 की एक खुफिया रिपोर्ट की आलोचना की गई है, जिसमें कहा गया था कि रूसी सरकार ने व्लादिमीर पुतिन के निर्देश पर ट्रंप को लाभ पहुंचाने के लिए खुफिया अभियान चलाया। हालांकि, इस नई रिपोर्ट में 2020 में रिपब्लिकन नेतृत्व वाली सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी द्वारा किए गए अन्य जांचों का उल्लेख नहीं किया गया है।
CIA की 8 पेजों की रिपोर्ट
CIA ने 2017 की जांच पर आधारित 8 पेजों की मेमो रिपोर्ट जारी की है, जिसमें जांच की प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 की जांच में जल्दबाजी की गई और कुछ अप्रमाणित सूचनाओं पर भरोसा किया गया। उदाहरण के लिए, डेमोक्रेट्स द्वारा फंडेड स्टील डॉसियर पर आधारित रिपोर्ट ने अप्रमाणित दावों को विश्वसनीय सबूत माना।
राजनीतिक प्रभाव का आरोप
CIA के निदेशक रैटक्लिफ ने आरोप लगाया कि 2017 की जांच 'राजनीतिक माहौल' से प्रभावित थी। हालांकि, नई रिपोर्ट में पहले के किसी भी खुफिया निष्कर्ष को गलत नहीं ठहराया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रिपोर्ट अमेरिकी राष्ट्रपति के उस दावे को मजबूत कर सकती है, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस से जुड़ी जांचें डेमोक्रेट्स की साजिश थीं।
विशेषज्ञों की राय
सीराक्यूज यूनिवर्सिटी के रूस विशेषज्ञ ब्रायन टेलर ने कहा, 'यह रिपोर्ट किसी भी सबूत को नहीं बदलती, बल्कि यह पुराने मुद्दे को फिर से उठाने का प्रयास है।' अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस रिपोर्ट का अमेरिकी राजनीति पर क्या असर पड़ता है, खासकर आगामी चुनावों के संदर्भ में।