BCCI ने कर्मचारियों के भत्तों में किया बड़ा बदलाव

बीसीसीआई ने हाल ही में कर्मचारियों के दैनिक भत्तों में कटौती की है और नई यात्रा नीति को लागू किया है। जनवरी से भत्ते का भुगतान नहीं होने के बाद, अब कर्मचारियों को प्रतिदिन 10,000 से 15,000 रुपये का भत्ता मिलेगा। इसके अलावा, विदेशी यात्रा के लिए भत्ते भी निर्धारित किए गए हैं। जानें इस नई नीति के बारे में और कैसे यह कर्मचारियों को प्रभावित करेगी।
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BCCI ने कर्मचारियों के भत्तों में किया बड़ा बदलाव

BCCI की नई नीति

बीसीसीआई ने 14 जून को एक महत्वपूर्ण बैठक में कई निर्णय लिए हैं। जनवरी से कर्मचारियों को दैनिक भत्ते का भुगतान नहीं किया गया था, लेकिन अब बोर्ड ने घरेलू टूर्नामेंट के भत्ते की नीति को स्पष्ट कर दिया है। इसमें कर्मचारियों के दैनिक भत्ते में कटौती की गई है, और अब उन्हें प्रतिदिन केवल 10,000 से 15,000 रुपये का भत्ता मिलेगा। इसके साथ ही, बीसीसीआई ने अपनी यात्रा नीति में भी बदलाव किए हैं.


भत्तों में कटौती

बीसीसीआई ने अब तक जनवरी से अपने स्टाफ को कोई भत्ता नहीं दिया है। वर्तमान यात्रा नीति के अनुसार, कर्मचारियों को चार दिनों की यात्रा के लिए प्रतिदिन 15,000 रुपये मिलते हैं, जबकि लंबी यात्रा के दौरान यह राशि 10,000 रुपये हो जाती है, जो आमतौर पर आईपीएल और महिला प्रीमियर लीग के समय होती है. एक बार का भत्ता 7,500 रुपये होता था, लेकिन नई नीति के तहत इसे हटा दिया गया है.


भत्तों का भुगतान

बीसीसीआई के वित्तीय और मीडिया विभाग के कर्मचारियों को आईपीएल और WPL के दौरान अभी तक दैनिक भत्ता नहीं मिला है। नई नीति के लागू होने के बाद, इन कर्मचारियों का बकाया जल्दी ही चुकता किया जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि कोई कर्मचारी आईपीएल के पूरे 70 दिनों तक यात्रा करता है, तो उसे प्रतिदिन 10,000 रुपये मिलेंगे, जिससे कुल 7 लाख रुपये बनेंगे. वहीं, जो कर्मचारी केवल कुछ दिनों के लिए यात्रा करेगा, उसे 60 प्रतिशत भत्ता मिलेगा, और जो बिल्कुल यात्रा नहीं करेगा, उसे 40 प्रतिशत भत्ता मिलेगा.


विदेशी यात्रा के लिए भत्ते

विदेश यात्रा के संदर्भ में, बीसीसीआई के अधिकांश कर्मचारियों को प्रतिदिन 300 अमेरिकी डॉलर का भत्ता दिया जाता है। वहीं, अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव जैसे मानद पदाधिकारियों को विदेशी यात्रा पर 1,000 अमेरिकी डॉलर का दैनिक भत्ता मिलता है। भारत में एक दिवसीय बैठक के लिए उन्हें 40,000 रुपये और कई दिनों की घरेलू यात्रा के लिए 30,000 रुपये प्रतिदिन का भुगतान किया जाता है.