BCCI का बयान: भारत-पाक मैच में बिना हाथ मिलाने का विवाद

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच में बिना हाथ मिलाने के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एसीसी इस मामले की जांच कर रहा है और भारतीय टीम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना पर विचार कर रहा है। BCCI के अधिकारियों ने कहा है कि हाथ मिलाना एक पारंपरिक इशारा है, जो अनिवार्य नहीं है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और BCCI का क्या कहना है।
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BCCI का बयान: भारत-पाक मैच में बिना हाथ मिलाने का विवाद

भारत-पाक मैच के बाद विवाद

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच के बाद बिना हाथ मिलाने के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि भारत के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।


मैच के बाद, भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे सीधे अपने ड्रेसिंग रूम में चले गए, जबकि पाकिस्तानी टीम के कप्तान सलमान अली आगा और उनकी टीम हाथ मिलाने के लिए भारतीय क्षेत्र के पास इंतजार करते रहे। टॉस के दौरान भी दोनों कप्तानों ने एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया।


क्रिकेटपाकिस्तान.com के अनुसार, एसीसी ने इस घटना का संज्ञान लिया है और वे फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं, ताकि भारतीय टीम के खिलाफ संभावित अनुशासनात्मक कार्रवाई पर विचार किया जा सके।


हालांकि, एसीसी की ओर से आधिकारिक बयान का इंतजार है, लेकिन BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हाथ मिलाना एक पारंपरिक इशारा है, जो अनिवार्य नहीं है। इसलिए, भारतीय टीम को किसी प्रकार की सजा का सामना नहीं करना पड़ सकता।


BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "अगर आप नियमों की किताब पढ़ें, तो विरोधी टीम के साथ हाथ मिलाने का कोई विशेष उल्लेख नहीं है। यह एक सद्भावना का इशारा है और एक प्रकार की परंपरा है, जो खेलों में वैश्विक स्तर पर अपनाई जाती है।"


उन्होंने आगे कहा, "अगर कोई कानून नहीं है, तो भारतीय क्रिकेट टीम को उस विपक्ष के साथ हाथ मिलाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता, जिसके साथ उनका संबंध तनावपूर्ण रहा है।"