Bangalore में RCB की जीत का जश्न बना भयानक भगदड़ का कारण

बंगलुरु में RCB की पहली IPL जीत का जश्न एक भयानक भगदड़ में बदल गया, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए। यह घटना प्रशंसकों के लिए एक दुखद मोड़ बन गई। इस लेख में, हम इस घटना के साथ-साथ अतीत में हुई अन्य भगदड़ों की घटनाओं पर भी नजर डालते हैं, जो दर्शाती हैं कि सुरक्षा प्रबंधन कितना महत्वपूर्ण है। जानें और अधिक इस घटना के बारे में।
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Bangalore में RCB की जीत का जश्न बना भयानक भगदड़ का कारण

भयानक भगदड़ की घटना

बंगलुरु में RCB की पहली IPL जीत का जश्न एक भयानक भगदड़ में बदल गया। 18 वर्षों के बाद अपनी पहली ट्रॉफी जीतने के बाद, रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु को अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त करना था, जो इतने लंबे समय से उनके साथ थे। लेकिन यह घटना जल्दी ही एक दुखद स्थिति में बदल गई। रिपोर्टों के अनुसार, चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं।


पिछले भगदड़ों की घटनाएँ


एडन गार्डन्स (1966)


1966 में भारत और वेस्ट इंडीज के बीच टेस्ट मैच के दौरान एडन गार्डन्स स्टेडियम में एक भयानक घटना हुई। स्टेडियम में अधिक लोगों को अनुमति देने के कारण आग का खतरा बढ़ गया था। जब सभी लोग एक साथ बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, तो भगदड़ मच गई, जिससे 16 लोगों की जान चली गई। स्टेडियम के प्रबंधन के पास भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित साधन नहीं थे।


एडन गार्डन्स (1996)


1996 के क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद, एडन गार्डन्स में दर्शकों ने गुस्से में आकर चीजें फेंकनी शुरू कर दीं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि मैच अधिकारियों ने मैच को समाप्त करने का निर्णय लिया। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन भगदड़ के कारण कई लोग घबरा गए और भागने लगे।


नैरोबी स्टेडियम (2002)


करीब 20 साल पहले, नैरोबी में केन्या और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक क्रिकेट मैच के दौरान स्टेडियम के दरवाजों पर भगदड़ मच गई। कई प्रशंसक एक साथ स्टेडियम में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। सुरक्षा प्रबंधन में सुधार की आवश्यकता थी।


हारारे स्टेडियम (2000)


2000 में जिम्बाब्वे और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक क्रिकेट मैच के दौरान हारारे स्टेडियम में सुरक्षा को लेकर घबराहट फैल गई। दर्शकों ने जब खतरे का एहसास किया, तो वे बाहर निकलने के लिए दौड़ पड़े, लेकिन निकास की व्यवस्था ठीक नहीं थी। इस स्थिति में 12 लोग घायल हुए।