AIUDF विधायक ने असम सरकार के आधार कार्ड फैसले पर उठाए सवाल

AIUDF विधायक रफीकुल इस्लाम ने असम सरकार के आधार कार्ड जारी करने के निर्णय पर सवाल उठाते हुए भाजपा पर बांग्लादेशी हिंदुओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि असम में कोई मुसलमान विदेशी नहीं है और सभी के पास दस्तावेज हैं। इस्लाम ने डीसी कार्यालय में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया और बेदखली अभियान को भूमिहीन लोगों के खिलाफ बताया। उनका कहना है कि सरकार का दावा संदिग्ध लोगों को बेदखल करने का झूठा है।
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AIUDF विधायक ने असम सरकार के आधार कार्ड फैसले पर उठाए सवाल

रफीकुल इस्लाम का भाजपा पर आरोप

AIUDF के विधायक रफीकुल इस्लाम ने मंगलवार को जिला आयुक्त कार्यालय में आधार कार्ड जारी करने के असम सरकार के निर्णय की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने बांग्लादेशी हिंदुओं को असम में बसने की अनुमति दी है। इस्लाम ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि असम में कोई भी मुसलमान विदेशी नहीं है। उनके पास सभी आवश्यक दस्तावेज मौजूद हैं, जिसमें मतदाता सूची, भूमि रिकॉर्ड और NRC के लिए उनके पूर्वजों के कागजात शामिल हैं।


भाजपा पर गंभीर आरोप

भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिनके लिए भाजपा ने विशेष सुविधाएं प्रदान की हैं, वे बांग्लादेश से आए बंगाली हिंदू हैं। उन्होंने बताया कि ये लोग 1971 के बाद बड़ी संख्या में आए हैं और अब अवैध रूप से आधार कार्ड बनवा रहे हैं। इस्लाम ने कहा कि जिन लोगों को भाजपा निशाना बना रही है, उनके पास सभी आवश्यक कागजात और रिकॉर्ड हैं।


डीसी कार्यालय में सुधार की आवश्यकता

एआईयूDF विधायक ने सुझाव दिया कि डीसी कार्यालय में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे लोगों को लंबी कतारों में न लगना पड़े। उन्होंने कहा कि लोगों को बार-बार यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। असम सरकार के बेदखली अभियान पर उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल भूमिहीन लोगों के खिलाफ है, न कि संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ।


भूमिहीन लोगों का मुद्दा

इस्लाम ने कहा कि सरकार का दावा कि संदिग्ध लोगों को बेदखल किया जा रहा है, गलत है। असल में, भूमिहीन लोगों को बेदखल किया जा रहा है, जिनके पास 200 से 400 साल पुराने रिकॉर्ड हैं। उन्होंने कहा कि ग्वालपारिया समुदाय के लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं, जबकि वे राजबंशी समुदाय से संबंधित हैं।