Air India AI 171 विमान हादसे के पीड़ित परिवारों का मुआवजे के लिए कानूनी कदम

Air India AI 171 विमान हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवार अब मुआवजे के लिए कानूनी कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। यूके में बसे पीड़ित परिवार एयर इंडिया और बोइंग के खिलाफ मुकदमा दायर करने की तैयारी कर रहे हैं। Keystone Law फर्म के माध्यम से वे मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इस हादसे में 181 भारतीयों और 52 ब्रिटिश नागरिकों की जान गई थी। जानें इस मामले में आगे क्या हो सकता है और परिवारों के अधिकार क्या हैं।
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Air India AI 171 विमान हादसे के पीड़ित परिवारों का मुआवजे के लिए कानूनी कदम

मुआवजे के लिए कानूनी कार्रवाई की तैयारी

हाल ही में हुए Air India AI 171 विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवार अब मुआवजे के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, यूके में रहने वाले पीड़ित परिवार एयर इंडिया और बोइंग के खिलाफ ब्रिटिश अदालतों में मुकदमा दायर करने की तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, ये परिवार Keystone Law नामक एक कानूनी फर्म के संपर्क में हैं, ताकि मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग की जा सके। एयर इंडिया ने पहले ही 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और अतिरिक्त 25 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है, लेकिन परिवार इसे अपर्याप्त मानते हैं।


कानूनी जिम्मेदारियों की समीक्षा

Keystone Law ने बताया है कि वे एयर इंडिया के बीमा प्रदाता Tata AIG द्वारा दिए गए प्रारंभिक मुआवजा प्रस्तावों की समीक्षा कर रहे हैं। इसके साथ ही, वे यह भी देख रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत एयर इंडिया की कानूनी जिम्मेदारियां क्या हैं।


Montreal Convention के तहत अधिकार

Montreal Convention एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसके तहत विमान दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवार उन देशों में मुकदमा कर सकते हैं जहां एयरलाइन का संचालन होता है या जहां मृतक की नागरिकता या स्थायी निवास है। इस आधार पर, यूके में रहने वाले पीड़ितों के परिवार ब्रिटेन में एयर इंडिया और बोइंग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।


हादसे का विवरण

यह हादसा 12 जून को हुआ था, जिसमें 181 भारतीयों के साथ-साथ 52 ब्रिटिश नागरिकों की भी जान गई थी। AI 171 फ्लाइट, जो लंदन जा रही थी, अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 242 यात्रियों और क्रू मेंबर्स में से केवल एक व्यक्ति ही बच पाया, और जमीन पर मौजूद 34 लोगों की भी मौत हो गई।