8वें वेतन आयोग की संभावित सैलरी वृद्धि: केंद्रीय कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ीं

केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए 8वें वेतन आयोग की संभावित सैलरी वृद्धि पर नई जानकारी सामने आई है। केंद्र सरकार ने आयोग के टर्म्स ऑफ रेफरेंस को मंजूरी दे दी है, जिससे कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। रिपोर्टों के अनुसार, यदि फिटमेंट फैक्टर 1.8 रखा जाता है, तो मूल वेतन में 80% तक की वृद्धि हो सकती है। जानें इस सैलरी वृद्धि का गणित और कर्मचारी संगठनों की मांगें क्या हैं।
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8वें वेतन आयोग की संभावित सैलरी वृद्धि: केंद्रीय कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ीं

8वां वेतन आयोग: केंद्रीय कर्मचारियों की उम्मीदें

भारत में एक करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स 8वें वेतन आयोग के लागू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण अपडेट आया है, जिसने कर्मचारियों की उम्मीदों को फिर से जीवित कर दिया है। केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) को मंजूरी दे दी है। एक नई रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यदि 8वां वेतन आयोग लागू होता है, तो 18,000 रुपये प्रति माह मूल वेतन पाने वाले कर्मचारियों की सैलरी में कितना इजाफा हो सकता है।


8वां वेतन आयोग: चर्चा का कारण

देश के 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के बीच 8वां वेतन आयोग लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। केंद्र सरकार हर 10 साल में नया वेतन आयोग लागू करती है। आखिरी बार 2016 में 7वां वेतन आयोग लागू हुआ था, जिसका कार्यकाल दिसंबर 2025 में समाप्त होगा। ऐसे में 8वें वेतन आयोग को लेकर कर्मचारियों में उत्साह है। सरकार ने जनवरी 2025 में इस आयोग के गठन को मंजूरी दी थी, लेकिन 10 महीने बीत जाने के बाद भी इसे लागू नहीं किया गया। अब हाल ही में सरकार ने ToR को मंजूरी दी है, जिससे कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं।


कर्मचारी संगठनों की मांगें

केंद्रीय कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली नेशनल काउंसिल-संयुक्त परामर्शदात्री मशीनरी (NC-JCM) इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। NC-JCM के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि वे चाहते हैं कि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 7वें वेतन आयोग की तरह 2.57 ही रहे। हालांकि, इस पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। सदस्यों का कहना है कि फिटमेंट फैक्टर तय करने से पहले महंगाई दर, जीवन यापन सूचकांक और अन्य पहलुओं पर विचार किया जाता है।


रिपोर्टों में क्या है विशेष?

एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच रह सकता है। कुछ अनुमानों के अनुसार, यह 2.57 से 2.86 तक भी हो सकता है, लेकिन इसके लागू होने की संभावना कम है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि फिटमेंट फैक्टर 1.8 तक हो सकता है, जिससे कर्मचारियों का मूल वेतन मौजूदा दर से 80% तक बढ़ सकता है। इसके अलावा, 8वां वेतन आयोग लागू होने पर महंगाई भत्ता (DA) बेसिक सैलरी में समाहित हो जाएगा।


फिटमेंट फैक्टर का गणित

एंबिट कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है। इससे कर्मचारियों के वेतन में 14% से 34% तक की बढ़ोतरी संभव है। कोटक की रिपोर्ट कहती है कि 1.8 के फिटमेंट फैक्टर से कुल वेतन में करीब 13% का इजाफा होगा। गौरतलब है कि 7वें वेतन आयोग में 2.57 के फिटमेंट फैक्टर के बावजूद प्रभावी वृद्धि केवल 14.3% थी।


सैलरी में संभावित वृद्धि

यदि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.8 रखा जाता है, तो कर्मचारियों का मूल वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 32,400 रुपये हो जाएगा। यदि फिटमेंट फैक्टर 2.0 हो, तो मूल वेतन 36,000 रुपये और 2.46 पर 44,280 रुपये तक पहुंच सकता है। यदि सरकार 7वें वेतन आयोग जैसा फिटमेंट फैक्टर (2.57) रखती है, तो बेसिक सैलरी 46,260 रुपये तक हो सकती है। हालांकि, सैलरी बढ़ोतरी पर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।