65 वर्षीय स्पर्म डोनर ने पैदा किए 116 बच्चे, जानें उनकी कहानी
क्लीवे जोंस: एक अनोखे स्पर्म डोनर की कहानी
आज के समय में, एक व्यक्ति कितने बच्चों का पिता बन सकता है? दो, चार, या फिर आठ? लेकिन हम आपको 65 वर्षीय क्लीवे जोंस से मिलवाने जा रहे हैं, जिन्होंने 116 बच्चों को जन्म देने में मदद की है। क्लीवे इंग्लैंड के डर्बी में रहते हैं और एक स्पर्म डोनर हैं। पिछले आठ वर्षों में, उनके स्पर्म से 116 रजिस्टर्ड बच्चे पैदा हुए हैं।
क्लीवे जोंस की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि उन्हें फेसबुक पर मां बनने की इच्छुक महिलाओं से फ्रेंड रिक्वेस्ट मिलती हैं। दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान आईवीएफ उद्योग को काफी नुकसान हुआ है, जिससे स्पर्म डोनरों की संख्या में कमी आई है। ब्रिटेन में कई महिलाएं, जो 35 वर्ष की उम्र पार कर चुकी हैं, शादी के बजाय आईवीएफ के माध्यम से गर्भवती होना पसंद कर रही हैं।
कोरोना के दौरान स्पर्म डोनरों की कमी के कारण, फेसबुक पर स्पर्म डोनर की तलाश की जा रही है। कई लोग अपनी प्रोफ़ाइल में स्पर्म डोनर का उल्लेख कर रहे हैं। ब्रिटेन में आईवीएफ डोनर को 35 यूरो का भुगतान किया जाता है। जब बच्चा 18 वर्ष का होता है, तो उसे अपने जैविक पिता के बारे में जानने का अधिकार मिलता है।
एक सर्वेक्षण के अनुसार, यूके में हर साल 7,000 स्पर्म बेचे जाते हैं। हालांकि, कोरोना के कारण यहां के 400 प्रतिशत आईवीएफ केंद्र बंद हो गए हैं, जिससे स्पर्म डोनेशन से गर्भवती होने वाली महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
पहले, यूके की महिलाएं अमेरिका और डेनमार्क से स्पर्म मंगवाती थीं, लेकिन अब फेसबुक एक नया विकल्प बन गया है। यह तरीका काफी सस्ता भी है। 65 वर्षीय क्लीवे जोंस ने भी फेसबुक पर अपनी प्रोफ़ाइल बनाई है और वे महिलाओं को मुफ्त में अपना स्पर्म डोनेट करते हैं। उन्हें इस काम से खुशी मिलती है, खासकर जब कोई महिला उनकी मदद से मां बनती है।
क्लीवे जोंस इस कार्य को कुछ और वर्षों तक जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने अपनी फेसबुक प्रोफ़ाइल में महिलाओं को आकर्षित करने के लिए अपनी शारीरिक विशेषताओं और गुणों का उल्लेख किया है। इससे महिलाएं इतनी प्रभावित होती हैं कि कई ने उनसे दोबारा स्पर्म डोनेट करने की गुजारिश की है।
क्लीवे जोंस ने अब तक 116 स्पर्म डोनेट कर बच्चों को नई जिंदगी दी है, जिनमें से वे 10 अपने जन्मे बच्चों से मिल चुके हैं। ब्रिटेन में इस समय स्पर्म डोनरों की मांग बहुत अधिक है।
