54 वर्षों बाद आंख से निकला पत्थर, डॉक्टरों की लापरवाही का मामला

एक 62 वर्षीय महिला, डॉमी, ने 54 वर्षों तक अपनी आंख में एक पत्थर झेला, जो बचपन में खेलते समय चला गया था। उन्होंने 20 से अधिक डॉक्टरों से सलाह ली, लेकिन किसी ने भी उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया। अंततः 2019 में एक सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान पत्थर निकाला गया। अब, डॉमी ने स्वास्थ्य सेवा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है और उन्हें मुआवजा मिलने की उम्मीद है। यह मामला चिकित्सा लापरवाही की गंभीरता को उजागर करता है।
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54 वर्षों बाद आंख से निकला पत्थर, डॉक्टरों की लापरवाही का मामला

डॉमी का दर्दनाक अनुभव

Accident occurred while playing at the age of 8, came to know after 54 years, big negligence of doctors came to the fore


नई दिल्ली: क्या होगा जब आपके जूते में कंकड़ या खाने में चावल फंस जाए? एक महिला ने इसी समस्या का सामना 54 वर्षों तक किया। स्पेन की 62 वर्षीय डॉमी ने बताया कि उनकी आंख में एक पत्थर था। उन्होंने कहा, 'मैं 20 से अधिक डॉक्टरों के पास गई, लेकिन सभी ने मुझे पागल समझा।' यह घटना 1965 में तब हुई जब वह 8 साल की थीं और गार्डन में कुदाल से खेल रही थीं।


न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, खेलते समय उनकी आंख में पत्थर चला गया, जिससे खून भी बहने लगा। जब डॉमी डॉक्टर के पास गईं, तो उन्हें बताया गया कि कोई खतरा नहीं है। उन्होंने 20 डॉक्टरों से सलाह ली, लेकिन सभी ने एक ही बात कही। उन्हें 14 से 18 साल की उम्र के बीच थोड़ी राहत मिली, लेकिन वह जानती थीं कि उनकी आंख में पत्थर है, इसलिए वह डॉक्टरों के पास जाती रहीं।


28 साल की उम्र में, दर्द के कारण उन्होंने एक विशेषज्ञ से संपर्क किया, जिसने उनकी मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए। 1996 में, आंखों के डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन किया और बताया कि आंख में कुछ अजीब है, लेकिन इसे पत्थर के बजाय गांठ बताया। डॉमी का कहना है कि सभी ने पुराने डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर ही इलाज किया।


2019 में, एक सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान, मैड्रिड के डॉक्टरों ने उनकी आंख में फंसे पत्थर का पता लगाया और उसे निकाल दिया।


डॉमी ने हाल ही में एक्स्ट्रीमादुरा हेल्थ सर्विस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया। उन्हें कोर्ट के आदेश के बाद 97,000 डॉलर का मुआवजा मिलेगा। यह पहली बार नहीं है जब चिकित्सा लापरवाही के कारण किसी महिला को इतनी कठिनाई का सामना करना पड़ा है। इससे पहले एक महिला के पेट से दो दशक बाद वैसलीन की पट्टियां निकाली गई थीं, जिन्हें डॉक्टर ने गलती से छोड़ दिया था।