30 साल के बाद ये 5 ब्लड टेस्ट करवाना है जरूरी

30 साल के बाद स्वास्थ्य की देखभाल के लिए नियमित ब्लड टेस्ट करवाना अत्यंत आवश्यक है। डॉक्टर शिल्पा अरोड़ा ने 5 महत्वपूर्ण ब्लड टेस्ट की जानकारी दी है, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का समय पर पता लगाने में मदद कर सकते हैं। जानें कौन से टेस्ट हैं जरूरी और क्यों।
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30 साल के बाद ये 5 ब्लड टेस्ट करवाना है जरूरी

रेगुलर ब्लड टेस्ट का महत्व

हर वर्ष नियमित रूप से ब्लड टेस्ट कराना आवश्यक है। यह शरीर में छिपी बीमारियों का समय पर पता लगाने में मदद करता है, जिससे उपचार सरल हो जाता है। डॉक्टर शिल्पा ने बताया कि 30 वर्ष की आयु के बाद 5 महत्वपूर्ण ब्लड टेस्ट कराना चाहिए। सभी चिकित्सक एक ही सलाह देते हैं कि नियमित परीक्षण कराना चाहिए। इससे किसी भी बीमारी का प्रारंभिक चरण में पता लगाया जा सकता है। हालांकि, कुछ टेस्ट महंगे होते हैं, जबकि ब्लड टेस्ट अपेक्षाकृत सस्ते होते हैं।


कैंसर जैसी बीमारियों का पता लगाने में मदद

कई लोग मानते हैं कि ब्लड टेस्ट से पूरे शरीर की स्थिति का पता नहीं चलता, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह टेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के संकेत भी दे सकते हैं। रजिस्टर्ड न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर शिल्पा अरोड़ा ने 30 वर्ष के बाद 5 आवश्यक ब्लड टेस्ट के बारे में जानकारी दी है।


जरूरी ब्लड टेस्ट

फुल थायराइड पैनल



महिलाओं के लिए यह टेस्ट अनिवार्य है। डॉक्टर शिल्पा के अनुसार, थायराइड टेस्ट में टीएसएच, फ्री टी3 और फ्री टी4 शामिल होने चाहिए। आमतौर पर केवल टीएसएच टेस्ट किया जाता है, जो पर्याप्त नहीं है। सही रिपोर्ट के लिए फ्री टी3 और फ्री टी4 की वैल्यू लेना आवश्यक है।

इंफ्लामेटरी मार्कर


30 साल के बाद ये 5 ब्लड टेस्ट करवाना है जरूरी


यह टेस्ट आपकी बॉडी में इंफ्लामेशन की मात्रा और क्रॉनिक डिजीज का पता लगाने में मदद करता है। कई शोध बताते हैं कि बढ़े हुए इंफ्लामेटरी मार्कर कैंसर के खतरे का संकेत दे सकते हैं। सही परिणाम के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।

एडवांस्ड लिपिड प्रोफाइल


30 साल के बाद ये 5 ब्लड टेस्ट करवाना है जरूरी


इस टेस्ट में एलडीएल, एचडीएल, ट्राइग्लिसराइड और कुल कोलेस्ट्रॉल की जानकारी मिलती है। इनका बढ़ा हुआ स्तर स्ट्रोक और कार्डियोवैस्कुलर रिस्क का संकेत देता है।

मेटाबॉलिक पैनल


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इस टेस्ट में एचपी ए1सी, फास्टिंग, पीपी और इंसुलिन रेजिस्टेंस टेस्ट शामिल होते हैं। ये मार्कर डायबिटीज और अन्य मेटाबॉलिक बीमारियों का संकेत दे सकते हैं।

हॉर्मोन पैनल


30 साल के बाद ये 5 ब्लड टेस्ट करवाना है जरूरी


पुरुषों और महिलाओं को शरीर में हॉर्मोन का स्तर संतुलित रखना चाहिए। हॉर्मोन में असंतुलन से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसमें टेस्टोस्टेरोन, फ्री टेस्टोस्टेरोन, एस्ट्राडिओल, एस्ट्रोन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर देखा जाता है।

डिस्क्लेमर:
लेख में दिए गए सुझाव इंस्टाग्राम पर प्रकाशित रील पर आधारित हैं। इसकी सत्यता और प्रभाव की जिम्मेदारी नहीं ली जाती है। किसी भी नुस्खे को आजमाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।