26/11 मुंबई हमले की जीवित बचे एक महिला का दर्दनाक अनुभव
26/11 के हमले की यादें
26/11 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले से बची एक महिला ने उस रात के भयानक अनुभव को साझा किया है, जिसने उसकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया। उसने बताया कि जब गोलीबारी शुरू हुई, तो उसने आतंकवादियों को देखा और उसके सामने कई लोग मारे गए। वह उस रात को कभी नहीं भूल पाई। हर साल इस घटना की बरसी आती है, लेकिन उसके लिए वह रात हमेशा ताजा रहती है।
महिला की गवाही
महिला ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि उस भयावह रात की यादें आज भी उसे परेशान करती हैं, 17 साल बाद भी। उसने कहा, "मुझे वह रात आज भी वैसी ही याद है जैसे मैंने उसे देखा था।" अदालत में अजमल कसाब की पहचान करने के दौरान, उसने बताया कि जब उसने कसाब को थाने में गोली चलाते देखा, तो वह अदालत गई और उसकी पहचान की।
पहचान प्रक्रिया का अनुभव
अदालत में, महिला ने बताया कि पहचान प्रक्रिया के दौरान उसे गुमराह करने की कोशिश की गई। जब उसके सामने तीन लोगों को खड़ा किया गया, तो उसे कसाब की पहचान करनी थी। उसने कहा, "जज के बगल में बैठा व्यक्ति अजमल कसाब था। उन्होंने मुझे भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि यही वह आतंकवादी है जिसने मुझे गोली मारी थी।"
