2047 में घरों का भविष्य: पर्यावरण और तकनीक का संगम

साल 2047 में भारत की आजादी के 100 साल पूरे होने पर घरों का स्वरूप कैसे होगा, यह जानने के लिए CII और कोलियर्स की रिपोर्ट महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भविष्य के घर केवल स्थान और कीमत पर निर्भर नहीं होंगे, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल और तकनीकी दृष्टि से उन्नत होंगे। इसमें नेट जीरो इमारतों, ग्रीन होम टेक्नोलॉजी, और स्मार्ट होम्स का उल्लेख किया गया है। जानिए इस रिपोर्ट में और क्या खास बातें हैं जो भविष्य के घरों को परिभाषित करेंगी।
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2047 में घरों का भविष्य: पर्यावरण और तकनीक का संगम

2047 में घरों का स्वरूप

2047 में घरों का भविष्य: पर्यावरण और तकनीक का संगम

साल 2047, जो कि भारत की आजादी का 100वां वर्ष होगा, में घरों का स्वरूप कैसा होगा, यह जानने के लिए CII और कोलियर्स की नई रिपोर्ट महत्वपूर्ण है।

भविष्य के घरों की विशेषताएँ
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2047 में घर खरीदने वाले लोग केवल स्थान और कीमत पर ध्यान नहीं देंगे, बल्कि वे पर्यावरण के अनुकूल और तकनीकी दृष्टि से उन्नत घरों की तलाश करेंगे।

नेट जीरो इमारतें
रिपोर्ट के अनुसार, 2047 तक ऐसी आवासीय इमारतें विकसित की जाएंगी जो नेट जीरो होंगी, यानी ये जितनी ऊर्जा का उपयोग करेंगी, उतनी ही ऊर्जा उत्पन्न भी करेंगी। सौर पैनल इसका एक उदाहरण है।

ग्रीन होम टेक्नोलॉजी
भविष्य के घर खरीदारों में ईको-फ्रेंडली सामग्री जैसे कि पर्यावरण के अनुकूल ईंटें और पेंट का उपयोग बढ़ेगा, साथ ही ऊर्जा और पानी की बचत करने वाली तकनीकों का भी समावेश होगा।

ESG पर ध्यान केंद्रित निवेश
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि नए घर खरीदारों की प्राथमिकताओं में कार्बन फुटप्रिंट को कम करना शामिल होगा, जो सरकारी प्रोत्साहनों और ESG (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) पर केंद्रित निवेश के कारण तेजी से बढ़ेगा।

स्मार्ट होम्स का उदय
कोलियर्स और CII की रिपोर्ट के अनुसार, तकनीक घरों में गहराई से समाहित होगी। भविष्य के घरों में स्मार्ट होम्स जैसे वॉयस कंट्रोल डिवाइस और टेलीमेडिसिन जैसी तकनीकें सामान्य हो जाएंगी।