2026 में भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी की उम्मीद: नई रिपोर्ट में खुलासा
भारत की जीडीपी ग्रोथ की संभावनाएं
जीडीपी ग्रोथ
स्टैंडर्ड चार्टर्ड द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2026 तक मजबूती से आगे बढ़ सकती है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए वित्तीय और मौद्रिक कदमों का प्रभाव अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। इन नीतियों के चलते घरेलू मांग को एक नया सहारा मिल रहा है, जिससे विकास की गति बनाए रखने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में समय से पहले कटौती की है और बाजार में पर्याप्त नकदी उपलब्ध कराई है, जिससे अर्थव्यवस्था को एक मजबूत आधार मिला है। इसके अलावा, सरकार ने बजट के माध्यम से आयकर में राहत और जीएसटी दरों में संतुलन बनाने के प्रयास किए हैं। इन कदमों का सीधा असर आम जनता की खरीद क्षमता पर पड़ा है, जिससे खपत में सुधार देखने को मिल रहा है.
वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत की स्थिति
ग्लोबल स्तर पर व्यापार टैरिफ और धीमी आर्थिक वृद्धि के चलते चिंताएं बनी हुई हैं, लेकिन भारत की स्थिति अपेक्षाकृत मजबूत बनी हुई है। रिपोर्ट का मानना है कि पिछले वर्षों में लिए गए नीतिगत निर्णयों ने भारत को बाहरी झटकों से काफी हद तक सुरक्षित रखा है।
महंगाई पर नियंत्रण
महंगाई के मोर्चे पर भी देश के लिए सकारात्मक संकेत हैं। खाद्य वस्तुओं और कच्चे तेल की कीमतों में कमी के कारण महंगाई दर में गिरावट आई है। रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक रिजर्व बैंक के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से भी कम रह सकता है, जिससे आम लोगों के खर्च पर दबाव कम होगा।
2026 में विकास की उम्मीदें
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2026 में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि न केवल तेज होगी, बल्कि यह कई क्षेत्रों में फैली हुई भी होगी। इसका मतलब है कि विकास का लाभ केवल कुछ क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह अधिक लोगों तक पहुंचेगा। खपत आधारित सुधार इस रिकवरी की सबसे बड़ी ताकत बन सकता है। हालांकि, रिपोर्ट यह भी चेतावनी देती है कि यदि वैश्विक व्यापार में और रुकावटें आती हैं या विकास की गति में देरी होती है, तो जोखिम बना रह सकता है। फिर भी, मौजूदा संकेत बताते हैं कि भारत की आर्थिक कहानी 2026 में और मजबूत हो सकती है।
