2026 में चतुर्ग्रही योग: इन राशियों के लिए खुशियों का आगाज़
नए साल का ज्योतिषीय आगाज़
चतुर्ग्रही योग 2026Image Credit source: AI
नए साल 2026 का ज्योतिषीय विश्लेषण: वर्ष 2026 का आरंभ एक ऐतिहासिक घटना के साथ होगा। ग्रहों की स्थिति दर्शाती है कि नए साल का सूरज एक विशेष ‘चतुर्ग्रही योग’ में उगने वाला है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, धनु राशि में सूर्य, बुध, मंगल और चंद्रमा का मिलन इस शक्तिशाली योग का निर्माण करेगा। यह योग 1 जनवरी 2026 को धनु राशि में चार प्रमुख ग्रहों के एकत्र होने से बनेगा। इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा, लेकिन तीन राशियों के लिए यह विशेष रूप से शुभ रहेगा, जबकि कुछ को सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।
चतुर्ग्रही योग की परिभाषा
ज्योतिष में, जब चार प्रमुख ग्रह एक ही राशि में होते हैं, तो इसे ‘चतुर्ग्रही योग’ कहा जाता है। इस बार धनु राशि में सूर्य, बुध, मंगल और चंद्रमा एक साथ उपस्थित रहेंगे। यह संयोग ऊर्जा, ज्ञान और साहस का अद्भुत मिश्रण उत्पन्न करेगा।
इन राशियों की किस्मत चमकेगी!
मेष राशि (Aries)
लाभ: विदेश यात्रा के अवसर बन सकते हैं। पारिवारिक संपत्ति से लाभ की संभावना है।
आर्थिक स्थिति: निवेश के लिए यह समय बहुत अच्छा रहेगा। आर्थिक समस्याएं दूर होंगी।
सिंह राशि (Leo)
लाभ: संतान से खुशखबरी मिल सकती है। शिक्षा और प्रतियोगिता में बड़ी सफलता की उम्मीद है।
प्रेम जीवन: रिश्तों में मिठास आएगी और अविवाहितों के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं।
धनु राशि (Sagittarius)
लाभ: आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, रुके हुए सरकारी कार्य पूरे होंगे और समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।
करियर: नई नौकरी के प्रस्ताव मिल सकते हैं और व्यापार में अच्छा मुनाफा होने की संभावना है।
इन राशियों को हो सकती हैं मुश्किलें
जहां कुछ राशियों के लिए यह योग लाभकारी है, वहीं कुछ के लिए चुनौतियां भी ला सकता है।
कन्या राशि (Virgo): मानसिक तनाव और पारिवारिक विवाद हो सकते हैं। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
वृश्चिक राशि (Scorpio): धन हानि के संकेत हैं। उधार देने से बचें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
मीन राशि (Pisces): कार्यस्थल पर गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। आपकी एक छोटी सी लापरवाही बड़े विवाद का कारण बन सकती है।
चतुर्ग्रही योग के नकारात्मक प्रभावों से बचने के उपाय
- सूर्य देव को अर्घ्य दें: तांबे के लोटे में जल भरकर प्रतिदिन सूर्य को अर्पित करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ: मंगल के प्रभाव को शुभ करने के लिए नियमित पाठ करें।
- गाय को गुड़ खिलाएं: इससे ग्रहों की शांति होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है।
