2025 में न्यायिक नियुक्तियों की योजना, एडीआर की भूमिका पर जोर

केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 2025 में न्यायिक नियुक्तियों की योजना और वैकल्पिक विवाद समाधान (एडीआर) की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष एडीआर ने उत्कृष्ट कार्य किया और यह मानवीय मामलों के समाधान में महत्वपूर्ण है। संसद में विधायी सुधारों के प्रयासों की भी चर्चा की गई, जिसमें विभिन्न मंत्रालयों से संबंधित विधेयक पेश किए गए हैं। इस वर्ष न्यायिक नियुक्तियों में विविधता और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की उपलब्धियों पर भी जोर दिया गया।
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2025 में न्यायिक नियुक्तियों की योजना, एडीआर की भूमिका पर जोर

न्यायिक नियुक्तियों का महत्व

केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बुधवार को बताया कि 2025 में न्यायिक नियुक्तियों की एक बड़ी संख्या की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक विवाद समाधान (एडीआर) तंत्र ने पिछले वर्ष में उत्कृष्ट कार्य किया है और यह मानवीय मामलों के समाधान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


संसद में विधायी सुधार

एक साक्षात्कार में, मेघवाल ने बताया कि विभिन्न मंत्रालयों से संबंधित सुधारों के विधेयक संसद में पेश किए गए हैं और उन्हें सदन में मध्यस्थता के माध्यम से पारित कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एडीआर मानवीय मामलों के समाधान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


विविधता और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

विधि एवं न्याय मंत्रालय के संदर्भ में, इस वर्ष न्यायिक नियुक्तियों की संख्या अच्छी रही है, और कुछ उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्तियों में विविधता भी देखी गई है। एडीआर तंत्र ने 2025 में अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें मध्यस्थता पर अच्छे सम्मेलन आयोजित किए गए हैं। भारत में मंडपम में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भी हुआ।


संसदीय कार्य मंत्रालय की उपलब्धियां

संसदीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत, विभिन्न मंत्रालयों से सुधारों से संबंधित विधेयक पेश किए गए हैं और संसद में उन्हें पारित कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि आर्थिक क्षेत्र, ग्रामीण विकास और पंचायती राज में सुधारों ने तेजी से प्रगति की है।