1990 का मर्डर केस: पामेला स्मार्ट की कहानी
एक रहस्यमय हत्या की कहानी
1990 में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी को चौंका दिया। यह घटना 1 मई 1990 की है, जब न्यू हैंपशायर में 24 वर्षीय ग्रेग स्मार्ट की लाश उनके घर से मिली। सिर पर गोली के निशान यह दर्शाते थे कि यह कोई साधारण हत्या नहीं थी। पुलिस की जांच ने जल्दी ही ग्रेग की पत्नी, 22 वर्षीय पामेला स्मार्ट, पर ध्यान केंद्रित किया।
यह कहानी लगभग 39 साल पहले की है। पामेला उस समय कॉलेज में थीं, जब 1986 में एक संगीत कार्यक्रम के दौरान उनकी मुलाकात ग्रेग से हुई। कुछ ही समय में दोनों एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो गए। फाइनल ईयर में कुछ महीनों के लिए फ्लोरिडा में रहने के बाद, वे न्यू हैंपशायर लौटे और 1989 में शादी कर ली। ग्रेग एक बीमा एजेंट थे, जबकि पामेला पास के स्कूल में मीडिया कोऑर्डिनेटर थीं। बाहरी नजर से उनकी जिंदगी बिल्कुल सही लगती थी, लेकिन अंदर कई समस्याएं थीं।
1 मई 1990 की शाम को, पामेला ने पुलिस को फोन किया और कहा कि उनके घर में चोरी हुई है और उनके पति को किसी ड्रग एडिक्ट ने पैसे के लिए मार दिया होगा। लेकिन पुलिस को यह कहानी संदिग्ध लगी। घर में सब कुछ सामान्य था, सिवाय ग्रेग के खून से लथपथ होने के। जांच के दौरान पामेला की परफेक्ट पत्नी की छवि टूटने लगी।
पुलिस ने जब जांच की, तो पता चला कि पामेला का एक 16 वर्षीय छात्र विलियम 'बिली' फ्लिन के साथ संबंध था। धीरे-धीरे सभी कड़ियां जुड़ने लगीं। बिली और उसके दोस्तों को गिरफ्तार किया गया और अदालत में सुनवाई शुरू हुई।
सुनवाई के दौरान, बिली ने चौंकाने वाला बयान दिया, जिसमें उसने कहा कि उसने गोली चलाई, लेकिन यह सब पामेला के कहने पर किया। उसने यह भी कहा कि पामेला को तलाक के डर से सब कुछ खोने का भय था। पामेला ने सभी आरोपों से इनकार किया, यह कहते हुए कि उसने किसी को मारने के लिए नहीं कहा। लेकिन बिली के तीन दोस्तों ने भी पामेला के खिलाफ गवाही दी। अदालत में सबूतों और गवाहियों के आधार पर, 1991 में पामेला को हत्या की साजिश और अन्य अपराधों में दोषी ठहराया गया।
