16 वर्षीय लड़की की दर्दनाक मौत: शौचालय की कमी बनी कारण

बाराबंकी में एक 16 वर्षीय लड़की की दुखद मौत ने समाज में शौचालय की कमी के मुद्दे को उजागर किया है। जब वह शौच के लिए खेत गई, तो एक युवक ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद उसने जहर पी लिया। अस्पताल में इलाज के बावजूद, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। परिवार ने प्रधान से शौचालय की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह घटना समाज में सुरक्षा और स्वच्छता के मुद्दों पर गंभीर सवाल उठाती है।
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16 वर्षीय लड़की की दर्दनाक मौत: शौचालय की कमी बनी कारण

एक दुखद घटना की कहानी


बाराबंकी: एक 16 वर्षीय लड़की, जो शौच के लिए घर के पास के खेत में गई थी, की रात करीब 8 बजे एक दुखद घटना हुई। उस समय घर में केवल उसकी मां मौजूद थीं। जब बेटी वापस नहीं लौटी, तो मां ने उसे खोजने का निर्णय लिया। खेत में जाकर, उन्होंने अपनी बेटी को बेहोश पाया। एक युवक ने उसके साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश की थी। इस घटना से परेशान होकर, लड़की ने जहर पी लिया। इसके बाद, अस्पतालों के चक्कर और इलाज का सिलसिला शुरू हुआ, लेकिन अंततः वह अपनी जान नहीं बचा सकी।


घटना का विवरण

रविवार की शाम, 16 वर्षीय लड़की अपनी मां के साथ हंसते-खिलखिलाते समय बिता रही थी। घर में कोई और नहीं था। जब उसने शौच के लिए जाने की बात कही, तो मां ने उसे खेत की ओर भेज दिया। गांव के अधिकांश लोग शौच के लिए बाहर जाते हैं। आधे घंटे बाद, जब वह वापस नहीं आई, तो मां ने चिंता में उसे खोजने का प्रयास किया।


जब मां ने खेत में पहुंचकर अपनी बेटी की आवाज सुनी, तो वह दौड़कर वहां पहुंची। वहां उन्होंने देखा कि उनकी बेटी जमीन पर तड़प रही थी। मां ने तुरंत उसे उठाया और घर ले आई।


बेटी की हालत गंभीर

बेटी की हालत देखकर मां ने उसे पानी दिया, लेकिन वह कुछ नहीं बोल पाई। मां ने उससे कई बार पूछा, लेकिन वह केवल रोती रही। अंततः, उसने बताया कि एक युवक ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था। यह सुनकर मां को बहुत दुख हुआ। उन्होंने अपनी बेटी को सांत्वना दी और उसे आश्वस्त किया कि सब ठीक हो जाएगा।


बेटी ने कहा कि वह पढ़ाई करके अपने परिवार का नाम रोशन करेगी। मां को लगा कि अब सब ठीक है, इसलिए उन्होंने उसे घर में छोड़कर कुछ काम करने चली गईं।


दुखद अंत

जब मां वापस आईं, तो उन्होंने देखा कि बेटी बिस्तर पर लेटी हुई थी और पास में जहरीली दवा की खाली बोतल पड़ी थी। मां ने उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन उसकी हालत गंभीर थी। बेटी ने मां से माफी मांगी और कहा कि वह मुंह दिखाने के काबिल नहीं रही।


बेटी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कई अस्पतालों में इलाज के बावजूद, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।


शौचालय की कमी का दुख

लड़की के परिवार ने बताया कि वे कई वर्षों से प्रधान से घर में शौचालय बनाने की मांग कर रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिता की आंखों में आंसू आ गए जब उन्होंने कहा कि अगर घर में शौचालय होता, तो उनकी बेटी आज जिंदा होती।