14वीं सदी के सम्राट मनसा मूसा: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

मनसा मूसा, 14वीं सदी के अफ्रीकी सम्राट, को दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। उनकी संपत्ति का मूल्यांकन 400 अरब डॉलर से अधिक है, जो आज के अरबपतियों से कहीं अधिक है। उनकी उदारता और दयालुता के किस्से मशहूर हैं, और उनकी हज यात्रा ने उन्हें इतिहास में अमर बना दिया। जानें इस अद्वितीय सम्राट की कहानी और उनकी संपत्ति के रहस्यों के बारे में।
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14वीं सदी के सम्राट मनसा मूसा: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

मनसा मूसा की अद्वितीय संपत्ति

14वीं सदी के सम्राट मनसा मूसा: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति


हम सभी अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस को जानते हैं, लेकिन इतिहास में एक ऐसा व्यक्ति भी है जिसकी संपत्ति आज के सबसे धनी व्यक्तियों से कहीं अधिक है।


एलन मस्क और मुकेश अंबानी जैसे अरबपतियों की तुलना में यह व्यक्ति कहीं अधिक समृद्ध है। हम बात कर रहे हैं 14वीं सदी के अफ्रीकी सम्राट मनसा मूसा की, जो संभवतः इस धरती पर अब तक के सबसे अमीर व्यक्ति हैं।


400 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति


मनसा मूसा का जन्म 1280 में हुआ और वह 1312 में पश्चिम अफ्रीका के विशाल माली साम्राज्य के सम्राट बने। यदि आज के मानकों के अनुसार उनकी संपत्ति का मूल्यांकन किया जाए, तो यह लगभग 400 अरब डॉलर है। यह राशि आधुनिक समय के सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस की संपत्ति से दोगुनी है। मूसा की संपत्ति उनके राज्य के प्राकृतिक संसाधनों से उत्पन्न हुई थी, जिसमें सोने की खदानें शामिल थीं। उन्होंने आइवरी कोस्ट, सेनेगल, माली और बुर्किना फासो जैसे कई समकालीन अफ्रीकी देशों पर शासन किया। उनकी शाही राजधानी टिम्बकटू थी।


दयालुता और उदारता के लिए प्रसिद्ध


मनसा मूसा को उनकी दयालुता और उदारता के लिए जाना जाता था। कहा जाता है कि वह जरूरतमंदों को सोने से लाद देते थे। लंदन के स्कूल ऑफ अफ्रीकन एंड ओरिएंटल स्टडीज की लुसी ड्यूरन ने इसे मूसा की उदारता के रूप में बताया है। उनके द्वारा लिए गए निर्णयों की ऐतिहासिक रूप से सराहना की जाती है। उनके पास विशाल भूमि और प्राकृतिक संसाधन थे, जिससे उनकी संपत्ति में वृद्धि हुई।


एक ऐतिहासिक यात्रा


मनसा मूसा ने 1324 में मक्का की हज यात्रा की, जो उनके नाम को इतिहास में अमर बना गई। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, उनका काफिला सहारा रेगिस्तान को पार करने वाला सबसे बड़ा काफिला था। इस यात्रा में उन्होंने 100 सोने के ऊंट, 12,000 नौकर और 60,000 गुलामों के साथ मक्का की यात्रा की। इतिहासकारों का मानना है कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने लगभग 18 टन सोना ले जाया था, जिसकी वर्तमान कीमत लगभग एक अरब डॉलर है।