‘मुडा’ लैंड स्कैम को किसी भी तरह दबाना चाहती है कांग्रेस : राजीव चंद्रशेखर

बेंगलुरु 24 सितंबर (आईएएनएस)। मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की याचिका कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने उनसे इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा कि वह ‘मुडा’ घोटाले को दबाना चाहते हैं।
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‘मुडा’ लैंड स्कैम को किसी भी तरह दबाना चाहती है कांग्रेस : राजीव चंद्रशेखर

बेंगलुरु 24 सितंबर (आईएएनएस)। मैसुरु शहरी व‍िकास प्राध‍िकरण (मुडा) मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की याचिका कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने उनसे इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा कि वह ‘मुडा’ घोटाले को दबाना चाहते हैं।

उन्होंने इस मुद्दे पर आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, “ कर्नाटक हाईकोर्ट का यह बहुत ही अहम फैसला है, क्योंकि सिद्धारमैया और कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘मुडा’ लैंड स्कैम को किसी भी तरह दबाना चाहती हैं। यह शर्मनाक लैंड स्कैम है। वह चाहते हैं कि इसकी जांच या स्पष्टीकरण न मांगा जाए। इस मामले में गवर्नर ने अभियोजन की अनुमति दी थी और हाई कोर्ट ने उसे बरकरार रखा है। इससे यह साफ होता है कि सिद्धारमैया इसे छिपाना चाहते हैं। उनका जो भी छिपाने का प्रयास था, वह अब असफल रहा है। अब जांच शुरू होगी। हम यही मांग कर रहे हैं कि यह जांच निष्पक्ष, पारदर्शी और जल्द से जल्द हो। इसलिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का इस्तीफा देना बहुत जरूरी है। एक आरोपित व्यक्ति को राज्य का मुख्यमंत्री को बनाए रखना, मेरे ख्याल से अस्वीकार्य है। कांग्रेस पार्टी के लिए यह केवल राजनीतिक हित की बात है। जब तक उनकी लूट चलती रहेगी, तब तक वे सब कुछ सही मानते रहेंगे। लेकिन जब उनकी लूट और स्कैम बाहर आते हैं, तो वे लोग इसे मानने से इंकार कर देते हैं।”

उन्होंने कहा है कि जब 2जी स्कैम का मामला सामने आया था, तब कांग्रेसी नेताओं ने कहा था कि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। यही कांग्रेस पार्टी की नैतिकता है। राहुल गांधी एक विचित्र नैतिक विचारधारा के व्यक्ति हैं। वे देश बाहर जाकर देश के बारे में गलत बोलते हैं। वह संविधान की कसमें खाते हैं, लेकिन अपनी पार्टी में होने वाले भ्रष्टाचार और बड़े स्कैम के बारे में चुप रहते हैं।

--आईएएनएस

पीएसएम/सीबीटी