हैदराबाद में मां के अंतिम संस्कार को लेकर भाई-बहनों में विवाद

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक 95 वर्षीय महिला के अंतिम संस्कार को लेकर उनके हिंदू बेटे और मुस्लिम बेटी के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। इस घटना ने स्थानीय पुलिस को हस्तक्षेप करने पर मजबूर किया। बेटी का कहना था कि उसने अपनी मां की देखभाल की है और मां की इच्छा इस्लामिक रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार करने की थी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और भाई-बहन के बीच समझौता कराया। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।
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हैदराबाद में मां के अंतिम संस्कार को लेकर भाई-बहनों में विवाद

हैदराबाद में धार्मिक विवाद

Son Hindu, daughter Muslim then what is the religion of the dead mother? brothers and sisters clashed


तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के मदन्नापेट में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक मां के अंतिम संस्कार को लेकर भाई-बहन अलग-अलग धार्मिक मान्यताओं के कारण आपस में भिड़ गए। इस घटना के बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। दरअसल, मुस्लिम बेटी और हिंदू बेटे के बीच मंगलवार रात इस मुद्दे पर झगड़ा हुआ। जैसे ही लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई, स्थिति तनावपूर्ण हो गई। स्थानीय पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई की और बातचीत के बाद एक समझौता कराया।


क्या है मामला: दरब जंग कॉलोनी में 95 वर्षीय महिला का निधन हो गया। उनके बेटे और पोते चादरगढ़ में रहते हैं। महिला की बेटी ने 20 साल पहले इस्लाम अपनाया था और उसने कहा कि वह अपनी मां की देखभाल पिछले 12 साल से कर रही है। उसने यह भी कहा कि मां की इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार मुस्लिम रीति-रिवाज से किया जाए।


बेटी का दावा: बेटी ने कहा कि उसने अपनी मां की देखभाल की है और किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। हाल ही में उनकी मां की सर्जरी हुई थी, जिसमें भी किसी ने सहयोग नहीं किया। उसने कहा कि मां की इच्छा इस्लामिक परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार करने की थी, लेकिन बेटे और उसके परिवार ने इसका विरोध किया। इस विवाद के चलते पुलिस को रात में वहां बल तैनात करना पड़ा।


पुलिस का बयान: डीसीपी रूपेश ने कहा कि यह एक पारिवारिक विवाद था और इसे पुलिस ने शांति से सुलझा लिया। बेटी की इच्छा के अनुसार, अंतिम प्रार्थना उसके घर पर की गई और शव को बेटे के परिवार को दाह संस्कार के लिए सौंप दिया गया। अब स्थिति सामान्य है और भाई-बहन के बीच समझौता हो गया है।