सोयाबीन उत्पादकों को मिलेगा 1,300 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ
सोयाबीन किसानों के लिए नई राहत योजना

13 नवंबर को सोयाबीन उत्पादक किसानों को अतिरिक्त 1,300 रुपए प्रति क्विंटल की राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को बताया कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है। भावान्तर योजना के अंतर्गत सोयाबीन का प्रति क्विंटल मूल्य 4,000 रुपए से अधिक निर्धारित किया गया है।
13 नवंबर को किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर
राज्य के सोयाबीन उत्पादक किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का पूरा लाभ सुनिश्चित करने के लिए 1,300 रुपए प्रति क्विंटल की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। यह राशि 13 नवंबर 2025 से सीधे किसानों के खातों में भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन कर राज्य सरकार सशक्त भारत और सशक्त मध्यप्रदेश की दिशा में आगे बढ़ रही है। यह योजना किसानों की आय में वृद्धि और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य
सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5,328 रुपए निर्धारित किया गया है। राज्य की मोहन यादव सरकार ने किसानों को मॉडल रेट और न्यूनतम समर्थन मूल्य के बीच के अंतर को भावांतर योजना के तहत देने का निर्णय लिया था। सोयाबीन की खरीद के दौरान कई स्थानों से किसानों को नुकसान की शिकायतें आई थीं, जिसके चलते सरकार ने 1,300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से सहायता देने का निर्णय लिया।
किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ
सरकार का यह निर्णय किसानों के लिए राहत का कारण बनेगा, क्योंकि वे लगातार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की मांग कर रहे थे, लेकिन मंडी में उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल रहा था। भावांतर योजना लागू होने के बावजूद किसानों को 5,328 रुपए प्रति क्विंटल नहीं मिल पा रहे थे। अब किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की राशि आसानी से प्राप्त होगी।
