सुधा मूर्ति ने AI जनरेटेड डीपफेक वीडियो पर जताई चिंता
सुधा मूर्ति की चेतावनी
नई दिल्ली
राज्यसभा की मनोनीत सांसद सुधा मूर्ति ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाए गए डीपफेक वीडियो को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस प्रकार के वीडियो को एक गंभीर खतरा मानते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। मूर्ति ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक डीपफेक वीडियो के संदर्भ में कहा कि वे निवेश से संबंधित सलाह नहीं देती हैं और ऐसे वीडियो पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
हाल ही में सुधा मूर्ति के नाम पर एक निवेश धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आई थीं। एक वायरल डीपफेक वीडियो में उन्हें एक निवेश योजना के बारे में बात करते हुए और 20-30 गुना रिटर्न का वादा करते हुए दिखाया गया था। इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, मूर्ति ने लोगों को सलाह दी कि वे अपनी मेहनत की कमाई को किसी भी योजना में लगाने से पहले उसकी अच्छी तरह से जांच करें।
निवेश में सावधानी बरतें- मूर्ति
उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरे चेहरे और आवाज का उपयोग करके 20 या 30 गुना रिटर्न का वादा करने वाले फर्जी संदेशों को लेकर मैं चिंतित हूं। यह सब नकली है और इसके पीछे AI और कुछ चालाक लोग हैं।”
सुधा मूर्ति ने स्पष्ट किया कि वे कभी भी निवेश के बारे में बात नहीं करेंगी। उन्होंने कहा, “अगर आप मुझे या मेरी आवाज को निवेश को बढ़ावा देते हुए सुनते हैं, तो उस पर विश्वास न करें। यह आपकी मेहनत की कमाई है। कृपया सोच-समझकर निर्णय लें, बैंक या विश्वसनीय स्रोत से सत्यापित करें, और उसके बाद ही कोई कदम उठाएं।”
स्कैम से बचने में सफल रहीं सांसद
इससे पहले, सितंबर में सुधा मूर्ति एक फर्जी कॉल स्कैम का शिकार होने से बच गई थीं। रिपोर्ट के अनुसार, स्कैमर्स ने एक फर्जी कॉल के माध्यम से उनसे 'संवेदनशील जानकारी' निकालने की कोशिश की थी। पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए, मूर्ति ने बताया कि कॉल करने वाले ने खुद को दूरसंचार मंत्रालय का कर्मचारी बताकर कहा कि उनकी मोबाइल सेवाएं दुरुपयोग के कारण बंद कर दी जाएंगी।
