सीपी जोशी के पत्र पर कांग्रेस सांसद माणिक टैगोर का पलटवार, कहा- ये भी नहीं पता कि कौन देता है पासपोर्ट

नई दिल्ली, 25 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के सांसद सीपी जोशी ने मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है। इस पर अब कांग्रेस सांसद माणिक टैगोर ने पलटवार किया है।
 | 
सीपी जोशी के पत्र पर कांग्रेस सांसद माणिक टैगोर का पलटवार, कहा- ये भी नहीं पता कि कौन देता है पासपोर्ट

नई दिल्ली, 25 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के सांसद सीपी जोशी ने मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है। इस पर अब कांग्रेस सांसद माणिक टैगोर ने पलटवार किया है।

उन्होंने कहा, “ यह मजाक है। बीजेपी के नेता सीपी जोशी का मैं पत्र पढ़ रहा था। अपने पत्र में उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है। आखिर कब से ओम बिरला जी पासपोर्ट के अधिकारी बन गए?”

उन्होंने सीपी जोशी पर निशाना साधते हुए कहा, “यह लोग अब मूर्खता की सीमा पार कर चुके हैं। इन लोगों को यह भी नहीं पता है कि आखिर पासपोर्ट कौन रद्द करता है। भाजपा के लोगों को कम से कम यह तो पता होना चाहिए। पासपोर्ट विदेश मंत्रालय द्वारा दिया जाता है। कम के कम ये बात तो समझ लो। सांसद बनना अलग बात है, लेकिन इन बातों को समझना एक अलग बात है।”

उन्होंने सीपी जोशी पर तंज कसते हुए कहा, “जोशी जी आप जाकर थोड़ा पढ़ लीजिए और पता कीजिए कि पासपोर्ट कौन देता है। ओम बिरला थोड़ी ना पासपोर्ट देते हैं।"

बता दें कि भाजपा सांसद सीपी जोशी ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द करने की मांग की। इस संबंध में उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक चिट्ठी भी लिखी है। इसमें सीपी जोशी ने राहुल गांधी के पासपोर्ट को रद्द करने के तीन कारण भी बताए।

उन्होंने कांग्रेस सांसद का पासपोर्ट रद्द करने के तीन कारण गिनाते हुए लिखा,''पहला - विदेश की धरती पर राहुल गांधी के दिए बयान किसी भी तरह से एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक के तौर पर सही नहीं हैं। दूसरा - राहुल गांधी के बयान राजनीतिक नहीं, बल्कि विशुद्ध तौर पर देश विरोधी गतिविधियों के दायरे में आते हैं, जो उनके आचरण को संदिग्ध बनाता है। तीसरा - राहुल गांधी के बयानों से देश की आंतरिक स्थिरता और सीमाओं की सुरक्षा के अलावा अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी असर पड़ सकता है क्योंकि वे नेता विपक्ष के पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।''

--आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी