विजयादशमी 2025: देशभर में धूमधाम से मनाया गया पर्व

विजयादशमी 2025 का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया, जिसमें रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समारोह में भाग लेते हुए आतंकवाद पर विजय का प्रतीक 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख किया। विभिन्न राज्यों में रावण दहन के साथ-साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश भी दिया गया। जानें इस पर्व के महत्व और समारोह की खास बातें।
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विजयादशमी का उत्सव

विजयादशमी 2025: पूरे देश में धूमधाम के साथ विजयादशमी का पर्व मनाया गया। बारिश और तेज हवाओं के बावजूद, लोगों ने रावण का दहन किया। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में रावण के पुतले जलाए गए। इसके साथ ही कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले भी फूंके गए। कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण रावण के पुतले गीले हो गए, जिससे दहन में कठिनाइयाँ आईं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को लाल किले पर आयोजित दशहरा समारोह में भाग लिया, जबकि खराब मौसम के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।


राष्ट्रपति मुर्मू का संदेश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समारोह में कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों का 'ऑपरेशन सिंदूर' आतंकवाद पर विजय का प्रतीक है। लाल किले के माधवदास पार्क में रावण दहन के अवसर पर धनुष-बाण चलाते हुए उन्होंने कहा कि यह त्योहार हमेशा से बुराई पर अच्छाई की, अहंकार पर विनम्रता की और घृणा पर प्रेम की विजय का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा, 'जब आतंकवाद मानवता पर हमला करता है, तो उसका मुकाबला करना आवश्यक हो जाता है। हम अपने सैनिकों को सलाम करते हैं।'


राज्यों में रावण दहन

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए। इस दौरान लोगों ने एक-दूसरे को बुराई पर अच्छाई की जीत की बधाई दी। गुजरात के गांधीनगर में भी रावण का पुतला दहन किया गया। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विजयादशमी के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और कहा कि यह पर्व धर्म की विजय का प्रतीक है। हरियाणा के पंचकूला में भी रावण का पुतला जलाया गया, जहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी उपस्थित रहे।